Navratri 2022: गाजियाबाद (Ghaziabad) के मोदीनगर (Modinagar) में सीकरी महामाया देवी मंदिर (Sikri Mahamaya Devi Temple) बहुत ही प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिर है. जिसकी महत्ता काफी लंबे समय से बनी हुई है. काफी भारी तादाद में नवरात्रि (Navratri) के पावन पर्व पर श्रद्धालू मंदिर में पहुंचते हैं. इसको लेकर प्रशासन ने समिति के लोगों के साथ विस्तार से चर्चा की थी. लगातार प्रशासन इस को लेकर मेले का आयोजन सुरक्षा व्यवस्था सभी की लेकर मीटिंग कर रहा था.
क्या है सुविधा
शनिवार को नवरात्रि के पावन पर्व पर सीकरी महामाया मंदिर में मेले की शुरुआत गाजियाबाद के जिला अधिकारी राकेश कुमार सिंह के द्वारा हुई. पुलिस प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई. साफ-सफाई, सीसीटीवी कैमरे और भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो इसको लेकर जिला अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने सख्त दिशा निर्देश दिए हैं. यहां सभी प्रकार की व्यवस्था की गई है. भक्तों को आने जाने में किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े.
क्या है इतिहास
महामाया देवी मंदिर सीकरी खुर्द गांव में है, जो 550 से अधिक वर्ष पुराना है. 1857 में क्रांतिकारियों को फांसी दी गई थी. वह बरगद का पेड़ भी यहां मौजूद है, दूर-दूर से भक्तगण यहां पहुंचते हैं. यहां एक आस्था बनी हुई है, मंदिर के पुजारी गणों ने भी बताया, 'दूर-दराज से भक्त पहुंचते हैं, भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती हैं'. प्रशासन ने भी जिलाधिकारी महोदय के द्वारा और मोदीनगर प्रशासन के द्वारा बेहतरीन प्रयास किए गए हैं. सुरक्षा व्यवस्था साफ-सफाई सभी पर ध्यान दिया गया है. सीसीटीवी की बेहतरीन व्यवस्था है, प्रशासन के सहयोग से सीकरी मेले का आयोजन बेहतरीन तरीके से किया गया है.
क्या बोले मंदिर के पुजारी
मंदिर के पुजारी का कहना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की इस मंदिर में बहुत ज्यादा आस्था जुड़ी हुई है. यह मंदिर लगभग 550 साल पुराना है. यहां पर भक्त अपनी सारी मान्यता लेकर आते हैं. उनकी मनोकामना मां पूरी करती हैं, इसलिए आप भी देख रहे हैं कि कितनी भीड़ है. पिछले दो साल से कोरोना की वजह से मेला भी नहीं लगा था. इस बार मेला भी अच्छी तरह लगेगा ये मेला नवरात्रि से अन्तिम दिन तक लगता रहेगा.
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