Uttar Pradesh News: चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2023) की पावन बेला में मां काली के दरबार में भक्‍तों की भीड़ उमड़ पड़ी है. मां महागौरी की आरती करने से भक्तों की हर मुरादें पूरी हो जाती हैं. मान्‍यता है कि नवरात्र में माता भक्‍तों से खूब प्रसन्‍न रहती हैं. मां का रूप दिव्‍य और भक्‍तजनों को सुख, समृद्धि के साथ नवचेतना से स्‍फुरित करने वाला होता है. माता नवरात्र में उनके दर पर आने वाले सभी भक्‍तों और श्रद्धालुओं की मनोकामना को पूरा करती हैं. चैत्र नवरात्र में हर रोज मंदिरों पर भोर से ही श्रद्धालुओं की लम्‍बी कतार लगी दिखाई दे रही है.


गोरखपुर (Gorakhpur) के गोलघर के मां काली के दरबार में भोर में 4 बजे से ही देवी गीत और जयकारे सुनाई दे रहे हैं. सुबह से श्रद्धालुओं के दर्शन-पूजन का सिलसिला जारी है. दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालु मां काली के इस जागते दरबार में आते हैं. माता उनकी हर मुराद को पूरी करती हैं. बरसों पुराने इस मंदिर में नवरात्रि पर तो आस्‍था का सैलाब उमड़ पड़ता है. नवरात्रि में हर दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ यहां पर दिखाई दे रही है. गोरखपुर के साथ आसपास के जिलों से भी यहां लोग मत्‍था टेकने के लिए आते हैं.


श्रद्धालुओं ने क्या बताया
गोरखपुर के काली मंदिर में चैत्र नवरात्रि में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं में महिला-पुरुष के साथ युवा भी शामिल हैं. मां किसी को भी निराश नहीं करती हैं. यहां सभी की मनोकामना पूरी होती है. बरसों पुराने इस मंदिर के पुजारी कृष्‍ण गोपाल बताते हैं कि तीन पुश्‍त से उनके परिवार के लोग मंदिर में मां सेवा पुजारी के रूप में कर रहे हैं. चैत्र और शारदीय नवरात्र पर भी यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और कतार लगती है. यहां आने वाले लोग माता के दरबार में शीश नवाते हैं. यहां पर दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु घंटों लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं. यहां पर दर्शन करने आए श्रद्धालु डॉक्टर विधान यादव कहते हैं कि वे तीस साल से यहां पर दर्शन करने के लिए आ रहे हैं. माता सबकी मुरादों को पूरा करती हैं. उनकी पत्‍नी प्रियंका यादव कहती हैं कि यहां पर हर नवरात्रि में भक्‍तों की कतार लगी रहती है. वे 15 सालों से यहां पर आ रही हैं. मां काली के दरबार में जो मुरादें मांगों वो पूरी होती है.


गोरखपुर के साहबगंज के रहने वाले शिवशंकर गोयल बताते हैं कि उनके मन में मां काली के प्रति अटूट श्रद्धा है. वे पत्‍नी और बच्‍ची के साथ दर्शन के लिए आए हैं. वे जबसे होश संभाले हैं, यहां पर आ रहे हैं. जो भी यहां पर आता है, खाली हाथ नहीं जाता है. शिवशंकर की पत्‍नी सुनीता गोयल बताती हैं कि ये जागता मंदिर है. मन में श्रद्धा हो तो मां झोली भर देती हैं. उन्‍हें जब भी अवसर मिलता है, वे यहां पर दर्शन करने के लिए चली आती हैं. मां किसी को निराश नहीं करती हैं.


श्रद्धालु प्रियंका मद्धेशिया कहती हैं कि मां काली सारे जग की माता हैं. वे जब से गोरखपुर में हैं, वे यहां पर दर्शन करने के लिए आती हैं. मां सभी की मनोकामना को पूरा करती हैं. वे कहती हैं कि उनकी खूब आस्‍था है. नवरात्र पर वे यहां पर दर्शन करने के लिए आ रही हैं. उन्‍होंने बताया कि मां सभी को आशीर्वाद देती हैं. यहां पर जो भी मुरादें मांगो, वो पूरी होती हैं.


मंदिर के पुजारी ने क्या बताया
गोरखपुर के गोलघर कालीमंदिर के पुजारी कृष्‍ण गोपाल बताते हैं कि माता स्‍वयं-भू हैं. काली मां खुद धरती के गर्भ से पिंडी के रूप में प्रकट हुईं. जब ये क्षेत्र वनाच्‍छादित रहा है, तभी से यहां पर मंदिर है. अंग्रेजों के जमाने के पहले से मां काली का ये दरबार लोगों की आस्‍था का केन्‍द्र है. उनकी तीन पुश्‍त से लोग यहां पर दर्शन करने के लिए आ रहे हैं. वे कहते हैं कि मां सभी की मुरादें पूरी करती हैं. मां की आस्‍था नवरात्र में और बढ़ जाती है. चैत्र रामनवमी और शारदीय नवरात्र में यहां श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है. ये मंदिर 200 वर्ष से अधिक पुराना है.


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