Uttar Pradesh News: अयोध्या (Ayodhya) में इस बार दिव्य और भव्य श्री राम जन्मोत्सव (Shri Ram Janmotsav) मनाया जा रहा है. अयोध्या में आज सुबह श्री राम जन्म महोत्सव समिति द्वारा पहले दिन 21 किलोमीटर की साईकलिंग और मैराथन दौड़ रन फॉर राम का आयोजन किया गया. इस दौड़ में युवक, युवतियां और बुजुर्गों ने भी भाग लिया और देर शाम राम की पैड़ी पर श्री राम कथा प्रवचन और तलवारबाजी की गई. वहीं भजन संध्या स्थल पर खो खो का खेल खेला गया. यह खेल दो दिनों तक चलेगा और आज शाम को समाप्त होगा. इस खेल में कई जिलों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. आज अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे. अयोध्या में पूरे 9 दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. रामनवमी (Ram Navami 2023) के मौके पर यहां पहली बार सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जा रहा है. हर वर्ष श्री राम जन्मोत्सव पर राम मंदिर (Ram Mandir) में ही कार्यक्रम किया जाता था, लेकिन इस वर्ष राम मंदिर निर्माण कार्य पूरा होने की खुशी और राम मंदिर 500 वर्षों बाद बनने के उत्साह में अयोध्या में अनेकों प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जा रहे हैं.
श्री राम जन्म महोत्सव समिति के संयोजक गिरीश पति त्रिपाठी ने कहा कि राम मंदिर पहली बार बन रहा है. राम मंदिर भी 500 वर्षों बाद बन रहा है, उत्साह भी तो उसी स्तर का होना चाहिए. राम मंदिर पर आयोजन हुआ करते थे, 9 दिन मंदिरों में आयोजन हुआ करते थे. यह भव्य मंदिर की ही बात नहीं है, सिर्फ मंदिर की बात नहीं है यह पूरे विश्व की संस्कृति को राममय करने की बात है. अयोध्या इसका प्रेरणा स्थल है, राम जन्म भूमि का केंद्र बिंदु है. यही सेवा विचार निकलकर जाएगा, जो पूरी दुनिया को राममय करेगा और राम के रास्ते पर चलना सिखाएगा. यह उसकी एक शुरुआत है, 9 दिन का यह कार्यक्रम रामनवमी पर समाप्त होगा.
श्री राम जन्म महोत्सव समिति के संयोजक ने क्या बताया
श्री राम जन्म महोत्सव समिति के संयोजक गिरीश पति त्रिपाठी ने बताया, रन फॉर रामलला अयोध्या नगर के चतुर्दिक हाफ मैराथन और साइकलिंग का इवेंट हुआ. इसके बाद श्रीरामचरितमानस का परायण का प्रथम पाठ मुख्य मंच से हुआ. हमारे यहां के स्थानीय लोगों ने रामायण का पाठ किया. इसके बाद कराली पट्टू जो एक केरल का मार्शल आर्ट है उत्तर प्रदेश के बच्चों ने इस मंच पर अच्छा प्रदर्शन किया, वहां पर तलवारबाजी हो रही है. यहां पर भजन संध्या स्थल पर खो-खो की प्रतियोगिता हो रही है, साथ ही साथ अयोध्या के जो नवोदित कथाकार हैं उनमें से चुने हुए तीन कथाकारों की प्रस्तुतियां हो रही हैं. उनके द्वारा भगवान की दिव्य कथा प्रस्तुत की गई. इसके उपरांत अब भजन संध्या और विभिन्न लोक गायन का कार्यक्रम होगा. इसके अलावा यहां के स्थानीय लोग, स्थानीय छोटे बच्चे, संगीत में उभरते हुए बच्चे भगवान के नाम का संकीर्तन और उनसे जुड़े हुए भजनों की बहुत सुंदर सुंदर प्रस्तुति कर रहे हैं.
गिरीश पति त्रिपाठी ने आगे बताया कि कुल मिला कर हर वह विद्या जो भगवान से संबंधित है उसका यहां पर प्रदर्शन करके उसको लोगों के सामने लाने का प्रयास किया जा रहा है. राम मंदिर पहली बार बन रहा है, राम मंदिर भी 500 वर्षों बाद बन रहा है इसलिए उत्साह भी तो उसी स्तर का है. राम मंदिर पर आयोजन हुआ करते थे, 9 दिन मंदिरों में आयोजन हुआ करते थे. सिर्फ भव्य मंदिर की ही बात नहीं है, मंदिर की बात नहीं है, पूरे विश्व की संस्कृति को राममय करने की बात है और अयोध्या इसका प्रेरणा स्थल है. राम जन्म भूमि का केंद्र बिंदु है. यहां से यही सेवा विचार निकलकर जाएगा जो पूरी दुनिया को राममय करेगा और राम के रास्ते पर चलना सिखाएगा. यह उसकी एक शुरुआत है, 9 दिन का कार्यक्रम है जो रामनवमी पर समाप्त होगा.