चमोली हिमस्खलन में कानपुर के अलोक की मौत, परिवार वाले बोले- प्रशासन ने नहीं की मदद
UP News: चमोली के माणा में हुए भारी हिमस्खलन में कानपुर के देहात के दो भाई हादसे का शिकार हुए जिनमें एक भाई अलोक यादव की मौत हो गई, जबकि दूसरा जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है.

Kanpur News: उत्तराखंड के चमोली के माणा में शुक्रवार को भारी हिमस्खलन हुआ जिसमें कई मजदूर दब गए. रेस्क्यू टीम ने ग्लेशियर में दबे 54 लोगों को बाहर निकाला. इस हादसे में 8 मजदूरों की मौत हो गई. चमोली हादसे का कानपुर के दो सगे भाई शिकार हुए जिनमें से एक व्यक्ति की मौत हो गई. कानपुर देहात के रहने वाले आलोक यादव और चंद्रभान यादव हादसे का शिकार हुए जिनमें चंद्रभान की हालत गंभीर है जबकि आलोक यादव की मौत हो गई है. आलोक अपने भाई के साथ एक निजी कंपनी मे डंफर चलाया करते थे.
कानपुर देहात जिले के रनिया थाना क्षेत्र के बिलाई गांव के रहने वाले चंद्रभान यादव उत्तराखंड के चमोली जिले में एक निजी कंपनी में बतौर ड्राइवर काम किया करते थे. चंद्रभान ने अपने छोटे भाई अलोक को भी नौकरी पर लगवाने के लिए 3 महीने पहले चमोली में बुला लिया. दोनों एक साथ एक ही कंपनी में ड्राइवरी का काम किया करते थे.
प्रशासन पर मदद न करने का आरोप
चमोली में हुए हिमस्खल मे चंद्रभान और आलोक यादव के साथ तमाम मजदूर में दब गए. इस घटना के बाद उत्तराखंड सरकार की ओर से बड़े पैमाने पर रेस्क्यू किया गया. ग्लेशियर में दबे मजदूरों को बाहर निकाला गया. हादसे में आठ मजदूरों की मौत हुई जिनमें कानपुर देहात के अलोक यादव का नाम शामिल है. आलोक यादव के बड़े भाई चंद्रभान यादव गंभीर रूप से घायल हैं और उनका अस्पताल में उपचार चल रहा है. परिवार वालों के मुताबिक, अलोक का शव लाने के लिए परिवार के कई लोग उत्तराखंड रवाना हो चुके हैं. पूरे गांव में मातम पसरा है, परिवार के सभी लोग चीख पुकार कर रहे है. परिवार के लोगों ने उत्तराखंड सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन पर मदद नहीं करने का आरोप लगाया है.
एसडीम ने मामले पर जताई अनिभिज्ञता
आलोक यादव और चंद्रभान यादव दो सगे भाई थे, उनके दो अन्य भाई भी हैं. इसके साथ तो कुंवारी बहने हैं जिनकी अभी तक शादी नहीं हुई. चंद्रभान अपनी जिंदगी से जंग लड़ रहे हैं और उनके मासूम बच्चे और पत्नी अपने पति की सलामती की दुआ कर रहे हैं. एक ओर घर के एक बेटे की जिंदगी की दुआ की जा रही है तो दूसरे बेटे की मौत पर मातम पसरा है. इस बाबत जब अकबरपुर तहसील के एसडीएम अविनाश सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस घटना की सटीक जानकारी नहीं थी. उन्होंने कहा कि इस घटना के बारे में अखबारों में कुछ पढ़ा हुआ है.
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