Uttarakhand News: चमोली (Chamoli) ट्रीटमेंट प्लांट हादसे ने देश को झकझोर कर रख दिया था. अब पुलिस ने घोर लापरवाही के आरोप में बड़ी कार्रवाई की है. शनिवार को जल संस्थान के इंजीनियर हरदेवलाल आर्य समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में बिजली विभाग के लाइनमैन महेंद्र सिंह, एसटीपी का संचालन कर रही संयुक्त उपक्रम कंपनी के स्थानीय सुपरवाइजर पवन चमोला और जल संस्थान के चमोली में कार्यरत इंजीनियर हरदेवलाल आर्य शामिल हैं.
चमोली ट्रीटमेंट प्लांट हादसे में अब तक तीन गिरफ्तार
बता दें कि अलकनंदा नदी किनारे स्थित नमामि गंगे (Namai Gange Project) के एसटीपी में बिजली का करंट उतर जाने से 16 लोगों की मौत हो गई थी और 11 अन्य घायल हो गए थे. पुलिस मामले की तह तक पहुंचने के लिए कई बिंदुओं पर जांच कर रही है. प्लांट संचालक कंपनी की लापरवाही समेत हादसे के प्रमुख कारणों पर फोकस किया जा रहा है. दर्दनाक हादसे की खबर से देश हिल गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना जताई थी. उन्होंने घायलों के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए राज्य सरकार की तरफ से हर संभव मदद दिए जाने का भरोसा दिया था.
नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर फैल गया था करंट
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली घटना को दुखद बताते हुए मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपए और घायलों को 1-1 लाख रुपए की सहायता राशि तुरंत देने के निर्देश दिए थे. नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर हुए दर्दनाक हादसे की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी फोन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से ली थी. उन्होंने अमित शाह को स्थिति की जानकारी देते हुए बताया था कि घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय को भी घटना की पूरी जानकारी दी गई थी. भीषण हादसे के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चमोली पहुंचकर पीड़ित परिजनों का हालचाल जाना था.