Uttarakhand News: बीते 15 जुलाई को उत्तराखंड के चमोली जनपद के हेलंग गांव में घास ला रही महिलाओं के साथ पुलिस और अन्य लोगों द्वारा की अभद्रता की गई. साथ ही उन महिलाओं को हिरासत में ले लिया गया. इस घटना की आज विभिन्न संगठनों ने निंदा करते हुए दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। रविवार को लखनपुर चुंगी पर इस घटना के विरोध में विभिन्न संगठनों के लोगों ने धरना प्रदर्शन करते हुए राज्य और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि हेलंग गांव में महिलाओं के साथ जो घटना की गई है उससे पूरे उत्तराखंड की महिलाओं का अपमान हुआ है जिसे अब सहन नहीं किया जाएगा.


स्वतंत्रत एजेंसी जांच कराने की मांग


उन्होंने कहा कि सरकार वनों पर जनता के अधिकारों पर लगाई गई रोक को तत्काल हटा कर जनता के अधिकारों को बहाल करे. इसके साथ ही उन्होंने मोहान क्षेत्र में बाघ का आतंक होने पर उसे पकड़ने की भी मांग की. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं लेकिन इस घटना में शामिल पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी जांच को प्रभावित कर सकते हैं. उन्होंने इस प्रकरण की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराए जाने की मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले में स्थानीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट के माध्यम से एक ज्ञापन राज्य के मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा.


महिलाओं और उनके बच्चों को भी हिरासत में लिया


राज्य आंदोलनकारी प्रभा ध्यानी का कहना है कि जोशीमठ प्रखंड के अंतर्गत हेलंग गांव आता है. वहां टीएचडीसी कंपनी जो हाईड्रो प्रोजेक्ट का काम कर रही है. उस कंपनी के द्वारा वहां के स्थानीय प्रशासन और सीआईएसफ के द्वारा गांव की महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया गया. ये महिलाएं परंपरागत चारागाह से घास लेने गई थी, उनका घास भी छीन लिया गया और अपमानित किया गया. महिलाएं और उनके बच्चों को घंटों तक हिरासत में रखा गया. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.


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