Chardham Yatra 2022: चमोली पुलिस ने बिहार से पकड़ा शातिर ठग, हेली सर्विस की फेक वेबसाइट बनाकर श्रद्धालुओं से ठगे थे लाखों
चमोली पुलिस ने एक ऐसे साइबर ठग को गिरफ्तार किया है जो कि केदरानाथ की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं से ठगी कर रहा था. उसने हेली सर्विस की फेक वेबसाइट बना ली थी.
Uttarakhand News: केदारनाथ (Kedarnath) और बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) की हेली सर्विस की फर्जी वेबसाइट बनाकर लाखों की ठगी करने वाले साइबर ठग को चमोली पुलिस ने बिहार के नवादा से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार युवक तीर्थयात्रियों से लगभग 20 लाख रुपये की ठगी की थी. 19 साल के विभीषण महतो नाम के साइबर ठग को पुलिस की टीम गिरफ्तार कर चमोली ले आई है. विभीषण को कोर्ट सामने पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
ऐसा खुली ठग की पोल
ठगी की जानकारी तब सामने आई जब उत्तर प्रदेश से चारधाम यात्रा करने आए अम्बरीश कुमार ने शिकायत दर्ज कराई कि हिमालयन हेली सर्विस प्राइवेट लिमिटेड की फेक वेबसाइट के जरिए उससे ठगी की गई है. केदरानाथ की बुकिंग के लिए उससे 24,590 रुपये लिए गए थे. उसने बताया कि बुकिंग के बाद से एजेंट उसका फोन नहीं उठा रहा है. चमोली की पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने मामले की गंभीरता को देखते हुए बद्रीनाथ थाने में मुकदमा दर्ज किया. पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर जांच की तो एजेंट बिहार के नवादा का निकला.
तेलंगाना के इंजीनियर से बनवाई थी वेबसाइट
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि बिहार निवासी विभीषण तेलंगाना के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की मदद से ठगी कर रहा था. फर्जी वेबसाइट बनाने में इसी इंजीनियर ने उसकी मदद की थी. विभीषण ने गिरफ्तारी के बाद यह कबूल किया कि वेबसाइट पर संपर्क करने के लिए अलग-अलग मोबाइल नंबर डाले गए थे. जिसके जरिए वह यात्रियों से बात करता था. इसके बाद वह किराए की एवज में आकउंट में पैसे मंगवाता था.
पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि वह 6 बैंक अकाउंट के जरिए वेबसाइट चला रहा था. उसने यह कबूला कि अब तक वह 15-20 लाख रुपये की ठगी कर चुका है. वहीं, शातिर ठग की गिरफ्तारी के बाद जांच टीम की सराहना हो रही है. डीआईजी ने इस टीम को 10 हजार का इनाम घोषित किया है.
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