चमोली में बर्फबारी से बदरीनाथ हाईवे बाधित, बर्फ की सफेद चादर से ढके 47 गांव
Chamoli Snowfall: चमोली जिले की बर्फबारी ने एक ओर जहां पर्यटन कारोबार के लिए नई उम्मीदें जगाई हैं, वहीं दूसरी ओर स्थानीय निवासियों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
Uttarakhand News: उत्तराखंड के चमोली जिले में भारी बर्फबारी के कारण जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. बदरीनाथ हाईवे हनुमान चट्टी से आगे बंद है, जबकि चोपता-ऊखीमठ हाईवे धौतीधार से और ज्योतिर्मठ-मलारी हाईवे भापकुंड से आगे बाधित है. बर्फबारी के कारण बदरीनाथ धाम में चल रही महायोजना का कार्य ठप हो गया है. धाम में कार्यरत 400 से अधिक अधिकारी, कर्मचारी और मजदूर बर्फबारी के चलते अपने कमरों में कैद हो गए हैं. हालांकि, उनके पास भोजन और आवश्यक सामग्री की पर्याप्त आपूर्ति है.
चमोली जिले की बर्फबारी ने एक ओर जहां पर्यटन कारोबार के लिए नई उम्मीदें जगाई हैं, वहीं दूसरी ओर स्थानीय निवासियों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सोमवार से मंगलवार सुबह तक हुई बर्फबारी के कारण बदरीनाथ, हेमकुंड, गौरसों, औली, मंडल घाटी और दूरस्थ गांवों जैसे रामणी, पाणा और ईराणी पूरी तरह बर्फ से ढक गए हैं. बर्फबारी के कारण बदरीनाथ धाम में डेढ़ फीट से अधिक बर्फ जमा हो गई है.
बर्फबारी के कारण बदरीनाथ हाईवे हनुमान चट्टी से आगे अवरुद्ध है. हाईवे की बहाली का कार्य मौसम में सुधार होने के बाद ही शुरू हो पाएगा. इसी तरह चोपता-ऊखीमठ और ज्योतिर्मठ-मलारी हाईवे भी बाधित हैं. खराब मौसम के कारण बदरीनाथ धाम में महायोजना के कार्य मंगलवार को पूरे दिन नहीं हो सके.
मवेशियों पर भी बर्फबारी का पड़ा असर
बदरीनाथ क्षेत्र के माणा और बामणी गांव में छोड़े गए मवेशियों पर भी बर्फबारी का असर पड़ा है. इन मवेशियों के लिए चारे की समस्या उत्पन्न हो गई थी. नगर पंचायत ने सक्रियता दिखाते हुए इन मवेशियों को बदरीनाथ धाम से हनुमान चट्टी की ओर ले जाया. बर्फबारी के कारण मवेशियों के लिए घास उपलब्ध नहीं हो पाई, जिससे उनका जीवन संकट में था.
हनुमान चट्टी से आगे बिना प्रशासन की अनुमति के जाना मना
बदरीनाथ धाम की सुरक्षा में तैनात इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) और हनुमान चट्टी में मौजूद पुलिस बल बर्फबारी के बीच भी अपनी ड्यूटी पर डटे हैं. बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद बदरीनाथ थाना हनुमान चट्टी स्थानांतरित हो जाता है. इस दौरान हनुमान चट्टी से आगे बिना प्रशासन की अनुमति के जाना मना है. ऐसे में पुलिस 24 घंटे चौकसी में तैनात है.
औली और बदरीनाथ में बढ़ने लगी पर्यटकों की आवाजाही
हालांकि, बर्फबारी ने चमोली जिले के पर्यटन क्षेत्र को नई ऊर्जा दी है. औली और बदरीनाथ क्षेत्र में बर्फबारी देखने के लिए पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने लगी है. औली में स्कीइंग और अन्य गतिविधियों के लिए यह मौसम अनुकूल है. इसके बावजूद स्थानीय निवासियों और अधिकारियों के लिए यह समय चुनौतियों से भरा है.
प्रभावित क्षेत्रों में मदद पहुंचाने के निर्देश
चमोली जिला प्रशासन ने बर्फबारी के चलते प्रभावित क्षेत्रों में मदद पहुंचाने के निर्देश दिए हैं. हाईवे की बहाली और दूरस्थ गांवों तक सहायता पहुंचाने का कार्य प्राथमिकता पर है. मौसम में सुधार होने के बाद बाधित मार्गों को खोलने और महायोजना के कार्यों को पुनः शुरू करने की योजना बनाई जा रही है. बर्फबारी के कारण जहां एक ओर सुंदर दृश्य उत्पन्न हुए हैं, वहीं दूसरी ओर यह स्थानीय जीवन और विकास कार्यों के लिए चुनौती बनी हुई है.
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