Joshimath Land Subsidence: उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने (Joshimath Crisis) की घटनाओं के बीच चमोली (Chamoli) जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है और पूरी तैयारी में लगा हुआ है. इस संकट को लेकर रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने जहां सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) से बात की तो वहीं अब प्रशासन ने भी बड़ा कदम उठाया है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यहां निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है. प्रशासन विस्थापितों की मदद करने में लगा हुआ है. भारत सरकार (Indian government) की टीम भी जोशीमठ जा रही है. कल भी अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा कर हालात का जायजा लिया. अभी तात्कालिक उपाय अपनाए जा रहे हैं और आगे क्या करना है इस बारे में बैठकें कर फैसले लिए जा रहे हैं. 


क्या कहा जिलाधिकारी ने
चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया, जोशीमठ नगर पालिका और आसपास के क्षेत्र में सभी निर्माण कार्य पर अग्रिम आदेश तक रोक लगाई गई है. जो भी लोग अस्थाई रूप से विस्थापित हुए हैं उनको राहत सामग्री दी जा रही है. हमारे अधिकारी लोगों से लगातार मिल रहे हैं और उनकी परेशानियों का दूर करने में लगे हैं. आपदा प्रबंधन विभाग ने अधिसूचना जारी की है जिसमें जोशीमठ नगर पालिका क्षेत्र को आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित किया है. भारत सरकार की तरफ से जल शक्ति मंत्रालय की हाई लेवल टीम और गृह मंत्रालय से सीमा प्रबंधन के सचिव की टीम जोशीमठ आ रही है. 






पीएम मोदी कर रहे निगरानी
वहीं केंद्र सरकार इसे लेकर अलर्ट हो गई है. पीएम मोदी खुद इसकी निगरानी कर रहे हैं. पीएम ने राज्य सरकार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है. केंद्रीय एजेंसियां भी मदद करने में जुट गई हैं. जमीनी स्थिति का आकलन किया जा रहा है. वहीं लगातार दीवारें दरकने से लोगों में डर का माहौल है. लोग पलायन करने को मजबूर हैं. हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमों को तैनात किया गया है. 


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