अयोध्या, ऋषि गुप्ता: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने साफ कर दिया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए नक्शा बनवाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और उसके लिए जो नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट होते हैं वो हासिल किए जा रहे हैं. नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट नक्शा बनवाते समय राम मंदिर की ड्राइंग के साथ सौंप दिया जाएगा.


बुनियाद को लेकर काम शुरू नहीं हुआ
चंपत राय ने कहा कि अभी राम मंदिर की बुनियाद को लेकर कोई कार्य शुरू नहीं हुआ है. अभी केवल जो मशीनें काम करेंगी उसके रास्ते में आने वाली बाधाओं को हटाया जा रहा है. अति प्राचीन सीता रसोई, कोहबर भवन, आनंद भवन, राम खजाना जैसे खंडहर हो चुके मंदिरों को एक के बाद एक हटा दिया जाएगा, इसमें मानस भवन का भी कुछ हिस्सा आता है जहां पर प्रवेश द्वार बनना है उसे भी तोड़ा जाएगा. इन मंदिरों में जो देवी देवताओं की मूर्तियां हैं उन्हें सुरक्षित रखा जाएगा और राम मंदिर निर्माण के समय जो उसके किनारे अन्य मंदिर बनेंगे इनको उसमें स्थापित किया जाएगा.



हिंदुस्तान की शक्ति को बाहर आने दो


इसी के साथ ट्रस्ट ने ये भी साफ कर दिया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए दान हेतु अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग भाषाओं में छपने वाले भारतीय अखबारों में विज्ञापन दिया जाएगा. ट्रस्ट की ओर से दिए जाने वाले विज्ञापन में बैंक का नाम ट्रस्ट का अकाउंट नंबर और बैंक का बारकोड भी होगा. जिसके जरिए लोगों को राम मंदिर निर्माण के लिए दान देने हेतु प्रेरित किया जाएगा. हालांकि, विदेशी नागरिकों के सवाल के जवाब में चंपत राय ने अजीबोगरीब तर्क दिया. उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय अभी नहीं, अभी हिंदुस्तान की शक्ति को बाहर आने दो.


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