Champawat News: तीन दिन पहले एक महिला चंपावत कलेक्ट्रेट पहुंची और शासन की ओर से कथित रूप से जारी आदेश दिखाकर जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास के पद पर तैनात हो गई. शनिवार को महिला कार्यालय पहुंची और अपने लिए आवास आवंटन को लेकर विभागीय कर्मचारियों को निर्देशित करने लगी. इस बीच कार्यालय के कर्मचारी को शक हुआ तो उन्होंने इस संबंध में देहरादून निदेशालय से पता किया तो निदेशालय द्वारा बताया गया कि ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक शनिवार को एक महिला अपने पति के साथ कार्यालय आई, महिला ने अपना नाम किरण राणा बताया. उसने बताया कि वह जिला कार्यक्रम अधिकारी डीपीओ के पद पर ज्वॉइन करने आई है. तभी प्रभारी डीपीओ राजेंद्र बिष्ट ने महिला से तैनाती के कागज मांगे तो महिला ने कागज दिखाएं. तैनाती आदेश को देखकर उन्होंने निदेशालय में फोन कर नियुक्ति के बारे में पता किया तो निदेशालय ने किसी भी तैनाती करने से मना कर दिया.
महिला 4 दिन पूर्व डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी से भी मिली थी जिसमें ज्वॉइन करने के साथ अवकाश में जाने की बात कही गई थी. जब डीपीओ राजेंद्र बिष्ट ने महिला को सीडीओ के पास जॉइनिंग के लिए ले जाने की बात कही तो महिला अपने स्वजनों के साथ कार में बैठ कर भाग गई, जिस पर कार्यालय में हंगामा खड़ा हो गया. महिला को पकड़ने के लिए एसपी देवेंद्र को सूचना दी गई जिस पर एसपी ने पुलिस को सतर्कता बरतने को कहा,
मामले की गहनता से हो रही जांच
इस बीच चंपावत से 40 किलोमीटर दूर चलथी पुलिस ने महिला को पकड़ लिया. सूचना पर डीपीओ चलथी पहुंचे जहां महिला से पूछताछ की गई. फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है महिला ने फर्जी आदेश खुद बनाया या फिर वह किसी ठगी का शिकार हुई. वहीं एसपी चंपावत देवेंद्र पिंचा ने बताया कि प्रभारी डीपीओ राजेंद्र बिष्ट की तहरीर पर महिला के खिलाफ आईपीसी की धारा सहित मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल महिला के कागज जमा करके महिला को छोड़ दिया गया है. एसपी पिंचा ने कहा इस मामले की तह में जाने के लिए गहनता से जांच की जा रही है.
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