Champawat News: डीएम ने चौपाल लगाकर सुनी ग्रामीणों की समस्याएं, रात में साथ बैठकर खाया खाना, दिया ये आश्वासन
Champawat DM News: जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी ने ग्रामीणों से कहा कि समस्याओं के निदान के लिए हमें स्वयं आगे आकर पहल करनी होगी. शासन-प्रशासन से उनकी पूर्ण मदद की जाएगी.
Champawat News: चंपावत (Champawat) में सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम के तहत चंपावत के जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी (Narendra Singh Bhandari) ने विकास खण्ड चम्पावत की दूरस्थ ग्राम पंचायत गड़कोट के प्राथमिक विद्यालय में रात्रि चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और रात्रि विश्राम गांव में ही किया. उन्होंने ग्रामीणों के साथ बैठकर रात में भोजन किया और क्षेत्र की समस्याओं और आवश्यकताओं के बारे में जाना.
सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम के तहत पहल करते हुए सोमवार रात को गड़कोट ग्राम पंचायत के प्राथमिक विद्यालय में रात्रि चौपाल लगाई गई जो करीब तीन घंटे चली. चौपाल में जिलाधिकारी ने प्रत्येक ग्रामीण की समस्या सुनी और उनकी समस्याओं के जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया, रात्रि चौपाल से ग्रामीण गदगद हो गए उन्हें उम्मीद है कि उनके गांव में जिलाधिकारी के आने से उनकी समस्याओं का जल्द समाधान और निस्तारण होगा.
'समस्याओं के निदान के लिए आगे आकर पहल करनी होगी'
जिलाधिकारी भंडारी ने ग्रामीणों से कहा कि समस्याओं के निदान के लिए हमें स्वयं आगे आकर पहल करनी होगी. शासन-प्रशासन से उनकी पूर्ण मदद की जाएगी, ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं की अहम भूमिका है महिलाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था की धुरी हैं. जिलाधिकारी ने कहा कि गांव में स्वरोजगार को बढ़ाए जाने के लिए हर सम्भव मदद प्रदान की जाएगी.
ग्रामीण स्तर पर जनता की समस्याओं के निदान के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत जिलाधिकारियों को गांवों में चौपाल लगाकर जनसमस्याएं सुनने के निर्देश दिए थे, जिन निर्देशों के अनुसार जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने चौपाल लगाने की पहल की और सोमवार देर शाम गड़कोट ग्राम के प्राथमिक विद्यालय डाबरी में रात्रि चौपाल लगाई. तब ग्राम प्रधान और अन्य ग्रामीणों ने जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी आर एस रावत का स्वागत करते हुए गांव की मुख्य समस्याओं से अवगत कराया. इसके साथ ही एक-एक कर ग्रामीणों ने स्वयं और गांव की समस्याओं को जिलाधिकारी के समक्ष रखा.
इन भुगतानों को पूरा कराने की मांग की गई
ग्रामीणों ने गांव में जंगली जानवरों के आतंक से फसलों को नुकसान से बचाने के लिए तारबाड़, गौशाला, पेयजल, सुरक्षा दीवार बनाने, प्रधानमंत्री आवास, आर्थिक सहायता, अंत्योदय कार्ड, सडक़, शौचालय बनाने और कई निर्माण कार्यों के भुगतान कराने की मांग की. जिलाधिकारी ने सभी समस्याओं को निस्तारित करने के लिए अधिकारियों को एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए. पेयजल की समस्या पर अधिशासी अभियंता जल संस्थान ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत 47.77 लाख रुपये से पेयजल का कार्य किया जा रहा है. वहीं जिलाधिकारी ने जल्द पेयजल लाइन बिछाकर पेयजल आपूर्ति के आदेश विभाग को दिए, ताकि ग्रामीणों की समस्या समाप्त हो सके. चौपाल समाप्त होने के बाद जिलाधिकारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने रात्रि विश्राम गांव के विद्यालय में ही किया.
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