Champawat News: चंपावत के टनकपुर पूर्णागिरि सड़क मार्ग पर पड़ने वाले किरोड़ा नाले में अचानक पानी आने से होने वाली दुर्घटनाओं को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने नाले के दोनों और चेतावनी बोर्ड लगा दिए गए हैं. पहाड़ों पर होने वाली बरसात से नाले के पानी में लोगों और वाहनों के बहने की बढ़ती दुर्घटनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन ने यह कदम उठाया है. 


दोनों ओर लगाए गए चेतावनी बोर्ड
 पूर्णागिरि सड़क मार्ग पर पड़ने वाले किरोड़ा नाले के दोनों और स्थानीय पुलिस प्रशासन और लोक निर्माण विभाग द्वारा सुरक्षा चौकी और मार्ग अवरोधक भी लगा दिए गए हैं. जिन पर चेतावनी लिखी गई है कि "नाले में अत्यधिक पानी होने पर नाला पार ना करें. नाले में पानी कम होने पर ही नाले में प्रवेश करें, साथ ही रात्रि में नाले में पानी होने पर प्रवेश ना करें. इससे जानमाल का खतरा हो सकता है" पुलिस प्रशासन द्वारा भी नाले में बाढ़ का पानी आने पर नो एंट्री का बोर्ड लगाया गया है. 


सेफ जोन पर ही मिलेगा नाले में प्रवेश
सुरक्षा चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी नाले में पानी होने के समय यात्रियों को सुरक्षा बोर्ड दिखाकर बता रहे हैं कि जब पानी बोर्ड के सेफ जोन निशान पर आएगा तो ही नाले में प्रवेश करने दिया जाएगा, टनकपुर के उप जिलाधिकारी हिमांशु काफलटिया ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व में हुई दुर्घटनाओं को देखते हुए पूर्णागिरि मार्ग पर स्थित पहाड़ी नालों से होकर गुजरने वाले मार्गो पर बोर्ड लगाकर सेफ जोन होने की चेतावनी देने वाले चिन्ह लगाए गए हैं. जिससे कि भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके.


बता दें कि इस मार्ग पर बीते कुछ दिनों पूर्व ही एक स्कूल बस बह गई थी. गनीमत तो यह थी कि घटना के वक्त उस बस में चालक और उसका सहयोगी परिचालक ही मौजूद थे जिनका प्रशासन द्वारा सफल रेस्क्यू कर लिया गया था. भविष्य में होने वाली ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा लगाए गए यह चेतावनी बोर्ड एवं सुरक्षा चौकियां मील का पत्थर साबित हो सकती हैं.


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