Uttarakhand News: उत्तराखंड में चंपावत (Champawat) जिले के पाटी ब्लॉक के मोन कांडा ग्राम में राजकीय प्राथमिक विद्यालय के जर्जर हो चुके शौचालय की छत ढहने से एक छात्र की मौत हो गई और 5 छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए. प्रशासन की टीमों द्वारा गंभीर घायलों को लोहाघाट चिकित्सालय में उपचार के लिए भेज दिया गया है. लोहाघाट की एसडीएम रिंकु बिष्ट ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आज इंटरवल के समय कुछ बच्चे विद्यालय के जर्जर हो चुके शौचालय के पास खेल रहे थे.
छत के नीचे दबे 6 बच्चे
एसडीएम ने आगे बताया कि, तभी खेल खेल में जर्जर शौचालय की छत ढहकर बच्चों के ऊपर गिर गई. इससे शौचालय की छत के नीचे 6 बच्चे दब गए. ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद छत के नीचे से घायल बच्चों को निकाला जिनमें से कक्षा तीसरी में पढ़ने वाले छात्र चंदन सिंह पुत्र गोधन सिंह की मौके पर ही मौत हो चुकी थी जबकि इस घटना में 5 छात्र घायल हो गए जिन्हें इलाज के लिए लोहाघाट चिकित्सालय भेज दिया गया है.
ग्रामीणों में आक्रोश
छत गिरने की घटना में छात्र की मौत से प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में जिलाधिकारी चंपावत नरेंद्र सिंह भंडारी, स्वास्थ्य विभाग की टीम, पुलिस, फायर ब्रिगेड और शिक्षा अधिकारी की टीम मौके पर पहुंची. इस घटना से क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. ग्रामीणों ने कहा लंबे समय से यह शौचालय क्षतिग्रस्त स्थिति में था. सिर्फ एक दीवाल के सहारे शौचालय की छत टिकी हुई थी. कई बार विद्यालय के प्रधानाचार्य और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इसको गिरा देने की मांग की गई थी लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया जिसके चलते आज यह घटना हुई है जिसमें एक परिवार ने अपने बेटे को खो दिया.
मुआवजा देने की मांग
ग्रामीणों ने दोषी लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है. विद्यालय भवन की स्थिति भी काफी जर्जर है जिसमें कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है. हालांकि ग्रामीण विद्यालय भवन को सुधारने की मांग कई बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों और शासन से कर चुके हैं लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है. ग्रामीणों ने विद्यालय के जर्जर भवन को सुधारने की मांग, दुर्घटना में मृतक व घायल छात्र के परिजनों को मुआवजा देने और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. दुर्घटना में मृतक छात्र का भाई भी घायल हुआ है. ज्ञात हो कि इस विद्यालय में कुल 14 छात्र अध्ययनरत हैं जिनमें से 8 छात्र विद्यालय आए हुए थे.
डीएम ने क्या कहा
वहीं जिलाधिकारी चंपावत नरेंद्र सिंह भंडारी ने विद्यालय पहुंचकर छात्र के परिजनों को सांत्वना दी और साथ ही कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. क्षेत्र में जर्जर विद्यालय भवनों को तोड़ने के आदेश भी दिए जाएंगे ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना ना हो. वहीं मृतक छात्र का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है.