गाजीपुर: क्षय रोग (टीबी) को मात दे चुके मरीज अब टीबी चैंपियन बनकर लोगों को जागरूक करेंगे. वृहस्पतिवार को स्टेट टीबी ट्रेनिंग सेंटर आगरा और लखनऊ स्वास्थ्य भवन के राज्य क्षय नियंत्रण कार्यक्रम अधिकारी के की तरफ से टीबी चैंपियन को जूम एप के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया. स्वस्थ और ठीक हुए मरीजों में से शिक्षित व कुशल मरीजों को चिन्हित कर उन्हें टीबी चैंपियन की उपाधि दी गयी.
एसीएमओ और जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ केके वर्मा ने बताया कि जनपद में सात टीबी चैंपियन योगेंद्र कुमार, सनी कुमार, उषा कनौजिया, नागेंद्र कुमार, अरविंद कुमार, आकाश कुमार और आकाश तिवारी का चयन किया गया है, जिन्हें आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के प्रशिक्षण भवन में जूम एप के माध्यम से स्टेट टीबी ट्रेनिंग सेंटर आगरा और स्वास्थ्य भवन लखनऊ के राज्य क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा सभी चैंपियन के बारे में जानकारी ली गयी. उन्हें बताया गया कि जनमानस के बीच जाकर किस तरीके से टीबी रोग के बारे में लोगों को जागरूक करना है.
जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ मिथिलेश सिंह ने बताया कि समाज में क्षय रोग के संबंध में जनमानस को जागरूक करने में यह बहुत उपयोगी साबित होंगे, क्योंकि यह टीबी चैंपियन अपनी आप बीती और अनुभवों को लोगों तक पहुंचाएंगे. इस रोग को मात दे चुके चैंपियन द्वारा सही तरीके से अपनी बात रखने से क्षय रोगियों के प्रति भेदभाव भी कम होगा. उन्होंने बताया कि जनपद के सभी ब्लॉकों से तीन-तीन टीबी चैंपियन को बुलाया गया था.
टीबी चैंपियन नागेंद्र ने बताया कि उनकी पत्नी मायके गई हुई थी, जहां से उसे क्षय रोग हुआ और फिर उसके संपर्क में आने से उन्हें भी हो गया. लेकिन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी की देखरेख में हम दोनों ने पूरा इलाज कराया और आज दोनों स्वस्थ हैं.
टीबी चैम्पियन आकाश कुमार ने बताया कि उन्हें सांस लेने में काफी दिक्कतें होती थी. क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता के कहने पर उन्होंने जांच कराई तो टीबी होने का पता चला. उसके बाद उन्होंने पूरा इलाज कराया और एक भी दिन दवा लेना नहीं छोड़ा. आज वह पूरी तरह स्वस्थ हैं. उन्होने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जो भी कार्य हमें सौंपा गया है उसे उत्साहपूर्वक क्षेत्र में जाकर लोगों को टीबी के बारे में जागरूक करेंगे ताकि सभी लोग टीबी की जांच और सम्पूर्ण इलाज को लेकर सतर्क रहें.
प्रशिक्षण में टीबी यूनिट की समस्त सदस्य डीपीटीसी धीरेंद्र प्रताप, पीपीएम कोओर्डिनेटर अनुराग पांडे के साथ ही अन्य कई कर्मचारी भी मौजूद रहे.
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