Chandauli DM Surprise Inspection Of District Hospital: यूपी के चंदौली में डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) की मुहिम का असर देखने को मिल रहा है. पिछले दिनों 30 अप्रैल को डिप्टी सीएम ने यहां जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया था जिसमें ये आदेश दिया था कि जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले, अस्पताल से दवा मिले और डॉक्टर मरीज को अपने घर का सदस्य मानकर ही इलाज करे. डिप्टी सीएम के बाद आज चंदौली के डीएम संजीव सिंह (DM Sanjeev Singh) ने भी चकिया अस्पताल में औचक निरीक्षण के लिए पहुंच गए.


डिप्टी सीएम को बाद एक्टिव मोड में डीएम


डीएम सजीव सिंह ने पिछले कुछ दिनों में कई PHC, CHC का निरीक्षण किया था, जिसके बाद आज वो चकिया के अस्पताल पहुंचे. चकिया का ये अस्पताल वनाचल के लिए मील का पत्थर साबित होता है, क्योंकि इस अस्पताल में जंगल, सुदूर पहाड़ी इलाकों से मरीज अपना इलाज कराने के लिए आते है. ऐसे में यहां की व्यवस्था चाक चौबंद रहे इसके लिए जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है.


डीएम ने लिया मरीजों का हालचाल 


डीएम अचानक यहां मरीजों से मिलने के लिए वार्ड में पहुंच गए और मरीजों का हाल चाल जाना. इसके बाद वो अस्पताल में चल रहे OPD वार्ड में गए उन्होंने वहां के हर कमरे में बैठे डॉक्टरों से बातचीत की और लाइन में लगे मरीजों का भी हालचाल जाना. इसके साथ ही उन्होंने अस्पताल की मशीनों की भी जांच की और टेक्नीशियन से बात की. उन्होंने ऑफिस के रजिस्टर पर स्टॉक दवा की डिटेल व अन्य बातों की जांच का रजिस्टर भी देखा. 


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डीएम ने अस्पताल प्रशासन को दिए निर्देश
डीएम ने कहा कि डॉक्टरों को भगवान का रूप समझा जाता है. मरीज भटक रहे हैं और डॉक्टर मौजूद नहीं हैं. ऐसी लापरवाही क्षम्य नहीं होगी. मरीजों को हर तरह से स्वास्थ्य चिकित्सा का लाभ मिलना चाहिए. सरकार की प्राथमिकता है कि स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ जनता को गुणवत्ता के साथ मिले. किसी भी दशा में मरीजों को बाहर की दवा न लिखी जाए. निःशुल्क दवा यदि न हो तो दवा जन औषधि केंद्र से उपलब्ध कराई जाए. 


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