Chandauli Latest News: चंदौली के एआरटीओ की वजह से आज सैकड़ों बच्चों को इस चिलचिलाती धूप में परेशानी का सामना करना पड़ा. इससे बच्चे बेहाल हो गए. कई घंटों बाद बच्चे अपने घर पहुंच सके. दरअसल स्कूल से बच्चों को घर भेजने वालों वाहनों की जांच दोपहर में शुरू कर दी गई.
इस वजह से प्रशासन ने दिये हैं जांच के आदेश
बता दें कि पिछले दिनों गाजियाबाद में स्कूली बच्चे की मौत के बाद प्रशासन ने प्रदेश में सभी स्कूल में चलने वाले बसों और अन्य साधनों का सत्यापन कराने का आदेश दिया है. जिसके बाद यूपी में परिवहन विभाग के अधिकारी जांच में जुट गए हैं. चंदौली के ARTO विनय कुमार दल बल के साथ चंदौली के महरौली स्थित सेंट जॉन्स स्कूल पहुंचे और स्कूल में पहुंचाने और ले जाने वाले बसों की चेकिंग शुरू कर दी. जांच करनी भी चाहिए थी लेकिन जांच का समय गलत था. इ
तनी भीषण गर्मी में दोपहर में चेकिंग करने से बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ा. आनन-फानन में स्कूल प्रबंधन ने सभी अभिवावकों को फोन किया और सभी अभिवावक आकर स्कूल से अपने-अपने बच्चों को घर ले गए.
यहां जानें पूरा मामला
स्कूल प्रशासन की मानें तो सुबह 8:00 बजे एआरटीओ विनय कुमार स्कूल आए और वहां प्रिंसिपल को फोन कर मिलने के लिए बाहर बुलाया. लेकिन प्रिंसिपल ने फोन पर ही कहा कि स्कूल चल रहा है आप ऑफिस में आ जाए यहीं बात होगी. आरोप है कि आधे घंटे बाद एआरटीओ द्वारा स्कूल के प्रिंसिपल से फोन पर बदसलूकी की गई. इसके साथ ही स्कूल कैंपस के बाहर खड़ी स्कूली वाहनों को स्कूल कैम्पस में खड़ा कर जांच शुरू कर दी गई.
सुबह 11:30 बजे तक स्कूल की छुट्टी हुई तो बच्चे स्कूली वाहनों को तरफ गए. लेकिन स्कूली वाहन में बच्चों नहीं बिठाया गया. जिससे बच्चे काफी परेशान हो गए और इस प्रक्रिया में 2 घंटे लग गए. जिससे आनन-फानन में अभिभावक कड़ी धूप में स्कूल पहुंचे और बच्चों को लेकर वापस निकले.
वहीं एआरटीओ विनय कुमार ने कहा कि गाजियाबाद में जो घटना हुई उसके बाद से चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है और उसके साथ जो स्कूल के वाहन मानकों पर खरे नहीं उतर रहे उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. हालांकि ARTO ने माना कि अगर किसी बच्चे को कुछ होता है तो यह उनकी भी जिम्मेदारी है.
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