Kashi Vishwanath Temple Chandra Grahan: काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है. सावन और प्रमुख तिथियां के अलावा भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में मंदिर पहुंच रहे हैं. वहीं 28 और 29 अक्टूबर की मध्य रात्रि को लग रहे साल के अंतिम चंद्र ग्रहण के दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर का गर्भ गृह निर्धारित समय के लिए बंद रहेगा. काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार चंद्र ग्रहण के बाद मंगला आरती करके आम भक्तों के लिए कपाट खोल दिया जाएगा. 


कब खुलेगा भक्तों के लिए कपाट  


काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से एबीपी न्यूज़ को दी गई जानकारी के अनुसार, 28-29 अक्टूबर के मध्य रात्रि को लगने वाले चंद्र ग्रहण का प्रभाव संपूर्ण भारत में होगा. इसके अलावा काशी क्षेत्र में चंद्र ग्रहण का असर 1:05 से लेकर 1:44 मिनट तक रहेगा व मोक्ष 2:23 पर होगा. इसलिए सनातन परंपरा के अनुसार 2 घंटे पूर्व से ही मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे. 


28 अक्टूबर को समय से होगी आरती 


इसी कड़ी में 28 अक्टूबर 2023 को होने वाली सभी आरती अपने समय से ही संपादित की जाएगी. रात्रि श्रृंगार आरती में फल का भोग भी लगाया जाएगा, शयन आरती के बाद मंदिर गर्भगृह सहित सभी विग्रहों की सम्यक सफाई के करने के बाद बाबा विश्वनाथ जी के ऊपर एक बिल्व पत्र चढ़ाकर मंदिर का कपाट बंद कर दिया जाएगा.


29 अक्टूबर 2023 को सुबह 2:30 से 3:00 तक काशी विश्वनाथ मंदिर में मोक्ष पूजा होगी. उसके बाद 3:00 से लेकर सुबह 4:00 बजे तक आरती होगी और मंगला आरती के पश्चात 4:15 बजे से संपूर्ण भक्तों के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर का कपाट खोल दिया जाएगा. 


इन मंदिरों के कपाट भी रहेंगे बंद


काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा काशी के प्रमुख धर्म स्थल संकट मोचन मंदिर, काशी कोतवाल काल भैरव, महामृत्युंजय, सारंगनाथ, दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, मां शीतला मंदिर सहित अन्य मंदिर भी चंद्र ग्रहण के दौरान बंद रहेंगे. मोक्ष के पश्चात ही उनके कपाट भक्तों के लिए खोले जाएंगे. 


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