UP News: सीबीआई (CBI) ने कथित बीमा घोटाला मामले में जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) के तत्कालीन सहयोगी के परिसरों के अलावा दिल्ली (Delhi) और राजस्थान (Rajasthan) में 11 अन्य ठिकानों पर बुधवार को तलाशी ली. सीबीआई के इस एक्शन के बाद सियासी हलचल तेज हो गई. भीम आर्मी (Bhim Army) चीफ चंद्रशेखर आजाद (Chandra Shekhar Aazad) ने पूर्व राज्यपाल से मुलाकात कर एक बड़ा दावा किया.
चंद्रशेखर आजाद ने गुरुवार को पूर्व राज्यपाल से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने अपने अधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए मुलाकात की तस्वीरें भी साझा की. इस दौरान उन्होंने कहा, "पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक जी के सहयोगियों पर सीबीआई के छापे सरकार की बहुत ही शर्मनाक हरकत है. पुलवामा हमले पर सत्यपाल मलिक जी द्वारा किए गए खुलासे से भाजपा सरकार बौखला गई है."
भीम आर्मी चीफ ने आगे लिखा, "सत्यपाल मलिक जी देश की धरोहर और सत्य के सिपाही हैं, उन्हें कोई डरा नहीं सकता. आज उनसे भेंट की और पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया."
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यहां ली गई तलाशी
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, "सीबीआई की टीम ने मलिक के पूर्व सहयोगी सुनक बाली, चार्टर्ड अकाउंटेंट संजय नारंग, वीरेंद्र सिंह राणा और कवंर सिंह राणा, प्रियंका चौधरी तथा अनीता से जुड़े दिल्ली और राजस्थान के ठिकानों पर तलाशी ली." इस बीच, अगस्त 2018 से अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे मलिक ने बाली का बचाव किया और आरोप लगाया कि यह एजेंसी द्वारा ‘‘बदले की कार्रवाई’’ है.
पूर्व राज्यपाल ने कहा कि बाली उस समय उनके लिए मीडिया साक्षात्कार की व्यवस्था किया करते थे, जब वह जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे. वह बाली को लंबे समय से जानते हैं और बाली को उनसे कोई वेतन नहीं मिला. एजेंसी से मिली अद्यतन जानकरी के अनुसार दिल्ली में दस स्थानों और राजस्थान में दो जिलों में तलाशी की कार्रवाई हुई. एजेंसी ने गत 28 अप्रैल को मलिक से पूछताछ की थी, जिसके बाद ये यह कार्रवाई हुई है.