UP News: INDIA गठबंधन की बैठक के बाद उत्तर प्रदेश में सियासी बयानबाजी फिर से तेज हो गई है. गठबंधन में मायावती की पार्टी बीएसपी के शामिल होने या नहीं होने को लेकर कई तरह की खबरें बीते कुछ दिनों से चल रही थी. इसपर गुरुवार को मायावती ने मीडिया से कहा कि उस गठबंधन में जो शामिल नहीं उसके ऊपर कोई टिप्पणी नहीं की जाए. इसपर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने उसका समर्थन किया है. 


मायावती के बयान का समर्थन करते हुए चंद्रशेखर आजाद ने एक निजी मीडिया चैनल से कहा, 'जिन लोगों ने गठबंधन बनाया उनकी बात हुई और उन्होंने आपस में बातचीत करके गठबंधन बनाया है. उनको चाहिए कि किसी दूसरे व्यक्ति पर टिका टिप्पणी नहीं करें. लोकतंत्र में सबका अधिकार है. चुनाव लड़ें या नहीं लड़ें ये उनका अधिकार है. कोई किसी को लड़ा नहीं सकता और कोई किसी को रोक नहीं सकता, सबको अपने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग करना है.'


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हर व्यक्ति चाहता है बीजेपी से मुक्ति
भीम आर्मी चीफ ने कहा, 'मैं इस बात से बिल्कुल सहमत हूं और मैं कहूंगा कि कोई किसी पर टिका टिप्पणी नहीं करे. हर व्यक्ति लोकतंत्र में प्रयास कर रहा है कि बीजेपी से मुक्ति मिले, जिस तरह का उनके शासन काल में अन्याय हो रहा है. एक अन्याय के खिलाफ हम यहां पर भी लड़ रहे हैं. ये अन्याय बंद हो इसलिए लोग बीजेपी से मुक्ति चाहते हैं. राम गोपाल यादव का जो बयान है ये उनका अपना मानना हो सकता है. मुझे उसकी जानकारी नहीं है कि उन्होंने क्या टिप्पणी की है.'


उन्होंने कहा, 'मायावती जी बड़ी नेता हैं ये उनका अपना मामला है. उन्होंने 2019 में मिलकर चुनाव भी लड़ा था. लेकिन अचानक क्या नाराजगी हो गई ये दोनों लोग बेहतर जानती होंगी. आजाद समाज पार्टी के लोग ये चाहते हैं, नगीना सीट पर लोगों ने 3 बार अलग-अलग लोगों को जीत दिलाई है. मैं पिछले बहुत दिन से घूम रहा हूं, सड़कों का बहुत बुरा हाल है.' बता दें कि कुछ मीडिया रिपोर्टस में दावा किया गया है कि अखिलेश यादव ने मायावती को इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं करने की शर्त रखी है.