Rampur Firing News: भीम आर्मी चीफ चंद्र शेखर आजाद ने रामपुर में गोली लगने से हुई 17 साल के युवक की मौत मामले में सीबीआई जांच की माँग की है. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने बुधवार को जबरन मृतक युवक सुमेश कुमार का अंतिम संस्कार कर दिया. चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि प्रदेश में दलितों पर अत्याचार किया जा रहा है. बता दें सरकारी जमीन से डॉ अंबेडकर का बोर्ड हटवाने को लेकर दो पक्षों में बवाल हुआ था.
रामपुर के मिलक थाना क्षेत्र में दो गुटों के बीच बवाल हो गया था. मृतक युवक के भाई ने एक वीडियो में पुलिस पर गोली चलाने का आरोप लगाया है. उसने कहा कि सुमेश उस इलाके से गुजर रहा था तभी ये गोली उसे लग गई थी. सुमेश के अलावा दो अन्य अमित और रहीसपाल भी घायल हुए थे. जिन्हें सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया. चंद्रेशेखर का आरोप है कि “पुलिस द्वारा जबरन शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया. जिस गोली से अमित घायल हुआ उसे 36 घंटे बाद उसके शरीर से निकाला गया, जिससे गड़बड़ी का शक पैदा होता है.
पुलिस ने दर्ज किया मामला
इस घटना के बाद यहां ज़बरदस्त बवाल देखने को मिला था, मृतक युवक के परिजन धरने पर बैठ गए थे. पुलिस ने इस मामले में धारा 302,323,149,148,147 एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम की धारा 3(2)V के तहत चार पुलिस कर्मी,दो होमगार्ड सहित 25 नामजद लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. मृतक के पिता गेंदनलाल की शिकायत पर मिलक थाने में मुक़दमा दर्ज किया गया है.
हाथरस की घटना से की तुलना
इससे पहले भीम आर्मी चीफ ने इस घटना का तुलना हाथरस कांड से की थी. उन्होंने एक्स पर लिखा कि, 'आज फिर से हाथरस याद आ रहा है, उत्तर प्रदेश में दलितों का दमन चरम पर है. रामपुर में भाई सोमेश की पुलिस द्वारा गोली मार कर हत्या कर दी गयी है, कई लोग घायल है लेकिन पुलिस मुझे संभल में रोक कर खड़ी है. क्या अब मैं अपने पीड़ित परिवार से भी नही मिल सकता हूं.'
उन्होंने लिखा- सच मे उत्तर प्रदेश बदल गया है अब दलितों की हत्या के लिये अपराधियों की जरूरत नही है योगी जी की पुलिस ही बहुत है. जितनी पुलिस लगानी है लगा लो मुझे रोकने के लिये, मैं जाऊंगा और जरूर जाऊंगा. यह बात सरकार ध्यान से सुन ले. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी बताए दलितों की हत्याएं कब बन्द होगी उत्तरप्रदेश में?