Chandrashekhar Azad Attack: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद पर बुधवार शाम हुए हमले में इस्तेमाल की गई कार जिले के मिरगपुर गांव से बरामद कर ली गई है. इस बीच, आजाद को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी और मामले में प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गयी है. पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
पुलिस के अनुसार हमलावरों द्वारा इस्तेमाल किया गया वाहन सहारनपुर जिले के एक गांव से बरामद किया गया. घटना के संदर्भ में आजाद के सहयोगी मनीष कुमार की शिकायत पर देवबंद थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और अनुसूचित जाति, जनजाति निवारण अधिनियम (एससी-एसटी एक्ट) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
क्या बोले चंद्रशेखर?
एक अधिकारी ने बताया कि आजाद की गुरुवार को सहारनपुर के जिला चिकित्सालय से छुट्टी कर दी गयी. आजाद को बुधवार शाम देवबंद में हमला होने के बाद सहारनपुर के जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था. जिला चिकित्सालय से छुट्टी मिलने पर पत्रकारों से बातचीत में चन्द्रशेखर ने कहा कि वह बेहतर महसूस कर रहे हैं और उनका रक्तचाप स्थिर है.
उन्होंने कहा, 'मैं दर्द के लिए दवा ले रहा हूं और उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिनों में ठीक हो जाऊंगा.' उन्होंने आरोप लगाया, ''इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कुछ न बोलना यह दर्शाता है कि मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश में अपराध को संरक्षण दे रहे हैं.''
इससे पहले चंद्रशेखर आजाद के समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस घटना के बाद अपने नेता को उचित सुरक्षा दिए जाने की मांग की है. आजाद के कुछ समर्थकों ने इस हमले के खिलाफ लखनऊ के परिवर्तन चौक पर विरोध प्रदर्शन किये, जिनमें से कुछ को वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने हिरासत में ले लिया.
भारी पुलिस बल तैनात
पुलिस अधीक्षक (देहात) सागर जैन ने बताया कि सहारनपुर के जिला अस्पताल में चंद्रशेखर आजाद का इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर है. उन्होंने कहा कि रात से ही बड़ी संख्या में आजाद के समर्थकों के पहुंचने के कारण जिला अस्पताल परिसर में भारी पुलिस बल की तैनाती की गयी है.
पुलिस ने बताया कि हमले में इस्तेमाल की गई कार को पुलिस ने बुधवार रात सहारनपुर जिले के मिरगपुर गांव से बरामद किया है. कार का नंबर प्लेट हरियाणा का है. इस बीच, लखनऊ में आजाद समाज पार्टी की जिला इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार आनंद की अगुवाई में पार्टी कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखर आजाद की सुरक्षा बढ़ाये जाने की मांग करते हुए राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा.
आजाद ने बुधवार की रात में ही एक वीडियो संदेश के जरिये अपने समर्थकों को शांति बनाये रखने की सलाह दी थी. इस संदेश में उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अचानक इस तरह की घटना की उम्मीद नहीं थी और उन्होंने देशभर में अपने समर्थकों तथा शुभचिंतकों को धन्यवाद दिया.
फेसबुक पर मिली धमकी
इस बीच, अमेठी पुलिस ने ‘क्षत्रिय ऑफ अमेठी’ के फेसबुक पेज पर आजाद को जान से मारने की धमकी का संज्ञान लेते हुए गौरीगंज पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 506 तथा सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कानून के तहत एक मामला दर्ज किया है.
गौरीगंज के पुलिस उपाधीक्षक मयंक द्विवेदी ने कहा कि ‘क्षत्रिय ऑफ अमेठी’ के फेसबुक पेज पर चंद्रशेखर आजाद को लेकर की गई टिप्पणी का संज्ञान लेते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पांच दिन पूर्व, इस पेज पर एक पोस्ट डाली गई थी, जिसमें लिखा गया था कि आजाद की हत्या अमेठी के ठाकुर दिनदहाड़े चौराहे पर करेंगे.
इसी पेज पर गुरुवार को डाली गई एक अन्य पोस्ट में कहा गया है कि आजाद को कमर में गोली मारी गई है, अगली बार वह नहीं बचेगा. पोस्ट में यह भी कहा गया है कि चंद्रशेखर ‘रावण’ बहुत चालाक है और उसे सुरक्षा, एक बुलेट प्रूफ वाहन और जैकेट चाहिए. पोस्ट में यह भी चेतावनी दी गई है कि यदि किसी निर्दोष राजपूत को इस हमले के लिए फंसाया जाता है तो इसके खिलाफ बड़ा आंदोलन होगा.