लोकसभा ही नहीं विधानसभा उपचुनाव में भी बसपा का बुरा हाल! मायावती के लिए चुनौती बना ये नेता
UP Politics : बसपा ने ददरौल, दुद्धी, गैसड़ी और लखनऊ ईस्ट सीट पर उपचुनाव भी लड़ा था. लेकिन इन चारों ही सीटों पर बसपा का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा.
UP Assembly Bypoll Results 2024: उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है तो वहीं लोकसभा के साथ यूपी की चार विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भी बसपा का हाथी हांफता हुआ नजर आया. 2022 के मुकाबले इन सीटों पर पार्टी के वोट और कम हो गए. आने वाले दिन मायावती के लिए और मुश्किल भरे हो सकते हैं. नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद उनके लिए चुनौती बन सकते हैं.
बसपा के लिए इस बार उपचुनाव लड़ने का फैसला भारी पड़ गया. बसपा ने ददरौल, दुद्धी, गैसड़ी और लखनऊ ईस्ट सीट पर उपचुनाव भी लड़ा था. लेकिन इन चारों ही सीटों पर बसपा का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. बसपा के वोट 2022 के मुकाबले भी कम हो गए.
उपचुनाव में बसपा को मिले वोट
सीट विधानसभा चुनाव 2022 उपचुनाव 2024
ददरौल 21671 20742
दुद्धी 23879 22395
गैसड़ी 31914 16983
लखनऊ पूर्व 9834 8,323
बसपा सुप्रीमो मायावती की चुनौतियां यहीं ख़त्म नहीं होती हैं. लोकसभा चुनाव के बाद जल्द ही यूपी में दस और सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. इस दौरान भी एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी तो वहीं दूसरी तरफ से चंद्रशेखर आजाद ने भी उपचुनाव में उतरने का एलान किया है. नगीना से जीत के बाद चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि उनकी आजाद समाज पार्टी आने वाले उपचुनाव में भी मजबूती से चुनाव लड़ेगी. पार्टी कार्यकर्ता सालों से हर बूथ को मजबूत करने में जुटे हुए हैं.
मायावती की मुश्किल ये हैं कि अगर बसपा इन उपचुनाव में अपने उम्मीदवारों को नहीं उतारती है दलित वोटों में चंद्रशेखर आजाद सेंध लगा सकते हैं. दलित वोटर बसपा के विकल्प में उनकी ओर रुख कर सकते हैं. नगीना सीट पर हुए चुनाव में इसकी झलक दिखाई दे चुकी है जब लोगों ने एनडीए-इंडिया और बसपा तीनों को दरकिनार कर उनके पर भरोसा जताया है. जिसका असर 2027 विधानसभा चुनाव में भी दिख सकता है.
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