हाथरस कांड पर चंद्रशेखर ने कहा- 'प्रधानमंत्री जी आप कब तक चुप रहेंगे? 5 बजे आ रहा हूं इंडिया गेट'
इंडिया गेट के आस पास पुलिस प्रसाशन ने धारा 144 लगा दी है. किसी तरह से लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है.
नई दिल्ली: हाथरस में 19 साल की युवती के साथ हुए कथित गैंगरेप और हत्या मामले में पूरे देश में आक्रोश फैला हुआ है. वहीं इस मामले पर तमाम विपक्षी पार्टियों ने यूपी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर ने इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. गांधी जयंती के मौके पर चंद्र आजाद ने कहा, "प्रधानमंत्री जी कब तक आप चुप रहेंगे, हम आ रहें है इंडिया गेट. आपसे जवाब मांगने.
उन्होंने कहा, "भारत के प्रधानमंत्री कहते हैं कि दलितों को मत मारो, चुनाव से पहले वह दलितों के पैर धोते हैं और नारा देते हैं 'बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ'. जिस उत्तर प्रदेश से चुनकर सदन में गए, उसी उत्तर प्रदेश के हाथरस की बेटी के साथ हैवानियत होती है. उसकी हड्डी तोड़ी जाती है, उसकी जीभ काट दी जाती है. रेप और उसका कत्ल होता है वहीं उसके शव को कचरे की तरह जलाया जाता है."
चंद्रशेखर ने आगे कहा, "उत्तर प्रदेश में मानवता शर्मसार होती है उसके परिवार को बंधक बना लिया जाता है, प्रशासन द्वारा धमकी दी जाती है. तब प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं बोलते हैं. ना प्रधानमंत्री को उस पीड़िता के परिवार की चीखें सुनाई देती है, कब तक आप चुप रहेंगे प्रधानमंत्री जी? आपको जवाब देना पड़ेगा."
"5 बजे आ रहे इंडिया गेट" चंद्रशेखर ने कहा, "आज शाम 5:00 बजे हम लोग आ रहे हैं इंडिया गेट. आप से जवाब मांगने. आप की चुप्पी बेटियों के लिए खतरा है. आपको बोलना पड़ेगा आपको जवाब देना पड़ेगा आपको न्याय करना पड़ेगा."
हालांकि इंडिया गेट के आस पास पुलिस प्रसाशन ने धारा 144 लगा दी है. किसी तरह से लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है. पुलिस ने यह भी कहा कि जंतर-मंतर पर 100 लोगों के जमावड़े की अनुमति है, लेकिन प्राधिकारी की पूर्व अनुमति के साथ.
दिल्ली पुलिस के पीआरओ और डीसीपी नई दिल्ली, ईश सिंघल ने कहा, "आम जनता को यह सूचित किया जाता है कि 3 सितंबर को डीडीएमए के आदेश के मद्देनजर, कुल 100 व्यक्तियों का जमावड़ा निर्धारित स्थान यानी जंतर मंतर पर स्वीकार्य है और वह भी सक्षम अधिकारी की पूर्व अनुमति के साथ."
ये भी पढ़ें- ABP न्यूज की टीम से यूपी पुलिस ने की बदसुलूकी, पीड़िता के घर जाने से भी रोका