Chandrayaan 3 Moon Landing: देश भर में चंद्रयान 3 लैंडर के चंद्रमा पर उतरने का बेसब्री से इंतजार हो रहा है. चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के लिए दुआएं की जा रही हैं. वहीं राजनीति से लेकर अलग-अलग क्षेत्रों की हस्तियां भी चंद्रयान 3 की सॉफ्ट लैंडिंग की कामना कर रही हैं. इसी कड़ी में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने चंद्रयान 3 को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया है, जिसे सुनकर आप अपना सिर पकड़ लेंगे.


दरअसल एक निजी न्यूज चैनल के रिपोर्टर ने ओम प्रकाश राजभर से यह सवाल किया कि 'चंद्रयान 3 की लैंडिंग है, एक बहुत बड़ा मिशन सफल होने के कगार पर है, इससे अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत कितना आगे बढ़ेगा?' इस पर राजभर ने सबसे पहले कहा, "मैं भारत के उन वैज्ञानिकों के धन्यवाद देता हूं कि दिन-प्रतिदिन रिसर्च करके एक नई खोज कर रहे हैं. चंद्रयान 3 के लिए हम उनको बधाई देते हैं. चंद्रयान 3 के सकुशल धरती पर आने का जो समय है, आने के बाद उसका स्वागत पूरे देश को करना चाहिए."


बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं राजभर


गौरतलब है कि चंद्रयान 3 की लैंडिंग चांद पर होनी वाली है न कि धरती पर. उनका बयान स्लिप ऑफ टंग है या जानकारी के अभाव में उन्होंने यह बात कही, यह तो वही जानें लेकिन फिलहाल उनके बयान की हर तरफ चर्चा हो रही है. यह पहला मौका नहीं है जब ओम प्रकाश राजभर अपने बयान की वजह से चर्चा में हैं. राजभर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं.


शाम 5.45 बजे चंद्रमा पर उतरना शुरू करेगा लैंडर


बता दें कि इसरो के अनुसार, लैंडर बुधवार शाम 5.45 बजे चंद्रमा पर उतरना शुरू करेगा और टच डाउन शाम करीब 6.05 बजे होगा. इसरो के अनुसार, मून लैंडर अपने लैंडर पोजिशन डिटेक्शन कैमरा (एलपीडीसी) से लैंडिंग साइट की तस्वीरें खींच रहा है. एलपीडीसी छवियां ऑनबोर्ड चंद्रमा संदर्भ मानचित्र के साथ मिलान करके लैंडर मॉड्यूल को उसकी स्थिति (अक्षांश और देशांतर) निर्धारित करने में सहायता करती हैं. चंद्रमा लैंडर में एक अन्य कैमरा भी है जिसे लैंडर हैजर्ड डिटेक्शन एंड अवॉइडेंस कैमरा (एलएचडीएसी) कहा जाता है. यह कैमरा बोल्डर या गहरी खाइयों से मुक्त एक सुरक्षित लैंडिंग क्षेत्र का पता लगाने में सहायता करता है.


साल 2019 में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था विक्रम लैंडर


महज 600 करोड़ रुपये के चंद्रयान 3 मिशन का मुख्य उद्देश्य चंद्र लैंडर को चंद्रमा की धरती पर सुरक्षित रूप से सॉफ्ट लैंडिंग कराना है. चंद्रयान 3 अंतरिक्ष यान में एक प्रणोदन मॉड्यूल (वजन 2,148 किलोग्राम), एक लैंडर (1,723.89 किलोग्राम) और एक रोवर (26 किलोग्राम) शामिल है. कुछ दिन पहले लैंडर प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग हो गया और अब दोनों अलग-अलग कक्षाओं में चंद्रमा का चक्कर लगा रहे हैं. इससे पहले विक्रम लैंडर, जो 2019 में चंद्रयान 2 मिशन का हिस्सा था, चंद्रमा पर लैंडिंग के आखिरी चरण में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.


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