Char Dham Yatra 2022: चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra) के दौरान लगातार मौतों की खबरें सामने आ रही हैं. तीन मई से शुरू होने वाली इस यात्रा में अब तक 47 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है जो एक चिंता का विषय है. ऐसे में विपक्ष लगातार सरकार पर हमला बोल रही है. कांग्रेस (Congress) का आरोप है कि सरकार चारधाम यात्रा को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है. चारधाम यात्रा में होने वाली 47 मौतों में से 20 केदारनाथ, 15 यमुनोत्री, 8 बद्रीनाथ और चार मौतें गंगोत्री धाम में हुई हैं.
कांग्रेस के संगठन महामंत्री मथुरा दत्त जोशी ने, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज पर निशाना साधते हुए कहा कि पर्यटन मंत्री चारधाम यात्रा को लेकर अगर गंभीर होते, तो केदारनाथ और बद्रीनाथ की जिम्मेदारी उनसे छीनकर कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत और सुबोध उनियाल को देने की जरूरत नहीं होती. जोशी ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों पर एक्सपर्ट डॉक्टरों की कमी है और सरकार बिल्कुल भी यात्रा को लेकर गंभीर नहीं है.
विपक्षी पार्टियां लगा रही बदइंतजामी के आरोप
चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों को खाने-पीने से लेकर रहने की जगह के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है और श्रद्धालुओं से लेकर विपक्षी पार्टियां भी सरकार पर बदइंतजामी के आरोप लगा रही हैं. वहीं, लगातार हो रही मौतों को लेकर सरकार पर कुव्यवस्था के लग रहे आरोपों को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने खारिज कर दिया है. सीएम धामी ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा था कि चारधाम में तीर्थयात्रियों की मौत की वजह अव्यवस्था नहीं, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं. धामी ने दावा किया कि उनकी सरकार यात्रा को सरल बनाने की पूरी कोशिश में जुटी हैं. वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा को सफल बनाने की जिम्मेदारी सरकार के साथ-साथ जनता की भी है.
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