Char Dham Yatra 2022: उत्तराखंड चार धाम यात्रा में हो रही अव्यवस्थाओं के चलते केंद्र ने संज्ञान लिया है. सरकार की चरमरा रही व्यवस्थाओ के बाद अब चार धाम में एनडीआरएफ और आईटीबीपी को तैनात किया गया है. बता दें कि भारी संख्या में चार धाम में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे है. वहीं राज्य सरकार ने भी अपने मंत्रियों को जिम्मेदारी दी है जो धामों में कैंप करेंगे.
उत्तराखंड में चल रही चार धाम यात्रा पर चारों धामों में हर दिन तकरीबन 50,000 लोग दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में सरकार के सामने भीड़ को कंट्रोल करना चुनौती बन गया है. वहीं हफ्ते भर में चार धाम यात्रा से अब तक 28 तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है. चार धाम यात्रा पर लगातार हो रही मौतों पर केंद्र ने संज्ञान लिया है. इसीलिए चार धाम यात्रा में पहली दफा एनडीआरएफ और आईटीबीपी के जवानों को तैनात किया जा रहा है.
शुक्रवार को बद्रीनाथ धाम जाएंगे कैबिनेट मंत्री
मुख्य सचिव एसएस संधू ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो एनडीआरएफ और सेना के लोगों को भी तैनात किया जाएगा. कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि बद्रीनाथ धाम की व्यवस्थाओ कोई जांचने के लिए वह शुक्रवार को बद्रीनाथ धाम जाएंगे,ताकि वहां की व्यवस्थाओ को देखा जा सके. उन्होंने कहा इस बार यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या काफी ज्यादा हो रही है इसलिए कुछ दिक्क़ते है लेकिन सरकार उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं कर रही है.
विपक्ष ने भी सरकार को घेरना शुरू किया
उनियाल ने कहा की बद्रीनाथ जाकर पहले अधिकारियो के साथ बैठक कर जायजा लिया जायेगा और जरूरत पड़ी तो वहा कैम्प भी किया जायेगा. वहीं चारधाम में हो रही खामियों पर अब विपक्ष ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है विपक्ष का साफ आरोप है की सरकार ने यात्रा को लेकर पहले की कोई तैयारी नहीं की थी. यही वजह है कि यात्रा के दौरान लोगो को परेशानी उठानी पड़ रही है कांग्रेस के प्रदेश संगठन महामंत्री मथुरादत्त जोशी ने कहा कि यात्रा में हफ्ते भर में अब तक 28 लोग मर चुके हैं ये सरकार की नाकामी है.