Char Dham Yatra 2022: उत्तराखंड के गंगोत्री (Gangotri), यमुनोत्री (Yamunotri) और बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के दर्शन देश-विदेश के तीर्थ यात्रियों को आसानी से हो रहे हैं, लेकिन केदारनाथ (Kedaranath) के दर्शनों के लिये यात्रियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. इसके पीछे का कारण है कि यात्रियों का पंजीकरण नहीं हुआ है. जिन यात्रियों ने केदारनाथ धाम जाने के लिये पंजीकरण नहीं करवाया है, उन्हें रुद्रप्रयाग से वापस लौटाया जा रहा है. ऐसे में यात्रियों में निराशा है.
बिना रजिस्ट्रेशन के नहीं मिल रही एंट्री
पुलिस के सामने कई बार फरियाद करने और धूप-प्यास में खड़े रहने के बाद भी यात्रियों को निराशा ही मिल रही है. केदारनाथ धाम की यात्रा पर आने के लिए तीर्थ यात्रियों का भारी जमावड़ा है, लेकिन आधे से अधिक तीर्थ यात्री बिना पंजीकरण के केदारनाथ धाम की यात्रा पर पहुंच रहे हैं. ऐसे में यात्रियों को रुद्रप्रयाग में जगह-जगह बैरियरों पर रोका जा रहा है बिना पंजीकरण के आए यात्रियों को वापस भेजा जा रहा है. अभी तक हजारों तीर्थ यात्रियों को पुलिस की ओर से वापस भेजा गया है. केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी जारी है. एक दिन में 10-15 हजार से अधिक तीर्थ यात्री केदारनाथ धाम के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं.
बाबा केदारनाथ के कपाट खुले अभी एक महीना भी नहीं हुआ है.ऐसे में कई यात्री ऐसे भी हैं, जो बिना रजिस्ट्रेशन के ही पहुंच रहे हैं और ऐसे यात्रियों को पुलिस द्वारा रास्ते में ही रोका जा रहा है और वापस भेजा जा रहा है.रजिस्ट्रेशन वाले यात्रियों को ही केदारनाथ भेजने की अनुमति दी जा रही है. हजारों किमी की दूरी चलने के बाद आधे रास्ते से वापस भेजे जाने पर यात्री बेहद परेशान हो रहे हैं.यात्रियों का कहना है कि वह कई किमी सफर करके आ रहे हैं, लेकिन रजिस्ट्रेशन न होने के कारण उन्हें वापस भेजा जा रहा है.
यात्रियों को करना पड़ रहा है दिक्कतों का सामना
साथ ही यात्री प्रशासन पर भी तमाम तरह के आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि हमारे द्वारा रजिस्ट्रेशन कराया भी गया है पर स्थानीय प्रशासन रजिस्ट्रेशन को मान्य नही बताया जा रहा है. वहीं कई यात्रियों का कहना है कि उनके कई घंटों से जाम में रुकने पर दिक्कतें हो रही हैं. साथ ही यात्रा का रजिस्ट्रेशन की तारीख बहुत देरी में मिली होने के कारण भी उनका समय खराब हो रहा है और उन्हें खाने-पीने की समस्या भी हो रही है. वहीं केदारनाथ होटल एसोसिएशन ने रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग की है.
होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि यात्रियों के न पहुंचने से उनका रोजगार भी प्रभावित हो रहा है.केदारघाटी में अधिकांश होटल-लॉज खाली हैं.उन्होंने सरकार से रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग की है. जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग मयूर दीक्षित ने यात्रा करने वाले श्रद्धालुओ को रजिस्ट्रेशन करके ही यात्रा करने को कहा है. साथ ही उन्होंने बताया कि सभी श्रद्धालु अपने रजिस्ट्रेशन तिथि के अनुसार ही यात्रा करने को निकलें.