Kedarnath Dham: केदारनाथ पैदल मार्ग पर अब रोटेशन से किया जाएगा घोड़े-खच्चरों का संचालन, अब तक कट चुके हैं इतने चालान
Uttarakhand News: घोड़े-खच्चरों के संचालन से हो रही अव्यवस्थाओं एवं जाम की स्थिति को देखते हुए अब जीमैक्स को रोटेशन के आधार पर घोड़े-खच्चरों का संचालन करने के निर्देश दिए हैं,
Char Dham Yatra 2022: केदारनाथ (Kedarnath) यात्रा मार्ग में घोड़े-खच्चरों के संचालन से हो रही अव्यवस्थाओं एवं जाम की स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित (Mayur Dixit) ने जिला पंचायत एवं जीमैक्स को रोटेशन के आधार पर घोड़े-खच्चरों का संचालन करने के निर्देश दिए हैं, ताकि केदारनाथ यात्रा मार्ग में अधिक संख्या में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों के कारण पैदल चल रहे यात्रियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी एवं असुविधा न हो.
तीर्थयात्रियों को करना पड़ रहा था भारी दिक्कतों का सामना
बता दें कि केदारनाथ यात्रा मार्ग पर आठ से दस हजार घोड़े-खच्चरों का संचालन होने से तीर्थयात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. केदारनाथ धाम के लिए गौरीकुण्ड से एक ही पैदल पड़ाव है, जिस पर यात्रियों के साथ ही घोड़े-खच्चरों का भी संचालन हो रहा है. ऐसे में आये दिन तीर्थयात्री घोड़े-खच्चरों के धक्कों से खाई में गिर रहे थे, जबकि मार्ग पर फिसलन होने से यात्री चोटिल भी हो रहे थे. ऐसे में जिला प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की समस्या को समझते हुए अब रोटेशन के तहत घोड़े-खच्चरों का संचालन करवाना शुरू कर दिया है.
यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों को जी मैक्स की ओर से रोटेशन के आधार पर घोड़े-खच्चरों की संचालन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिसमें पहले दिन जनपद चमोली एवं रुद्रप्रयाग के घोड़े-खच्चरों का संचालन किया जायेगा. दूसरे दिन रुद्रप्रयाग एवं उत्तरकाशी तथा तीसरे दिन रुद्रप्रयाग एवं अन्य जनपदों से आए घोड़े-खच्चरों का संचालन किया जाएगा. रोटेशन से संचालन होने से जहां घोडे़-खच्चरों को आराम मिलेगा, वहीं तीर्थयात्रियों को भी परेशानियों से नहीं जूझना पड़ेगा.
अब तक कटे इतने चालान
डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि यह रोटेशन क्रमवार चलता रहेगा, ताकि यात्रा मार्ग में किसी प्रकार की कोई अव्यवस्था न हो और यात्रा सुव्यवस्थित ढंग से संचालित होती रहे. उन्होंने यह भी बताया कि यात्रा मार्ग में बिना पंजीकरण के संचालित हो रहे घोड़ा-खच्चरों एवं का चैकिंग अभियान करते हुए चालान की कार्यवाही की जा रही है. अब तक बिना रजिस्ट्रेशन के घोड़े-खच्चरों के कुल 136 चालान किए गए हैं, जिससे 68 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया है.