Char Dham Yatra 2022: असुविधाओं के बीच बाबा केदार के दर्शन को आतुर भक्त, शौचालय तक का नहीं हुआ इंतजाम
Char Dham Yatra News: केदारनाथ यात्रा शुरू होते ही गौरीकुण्ड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की लीद से यात्री परेशान हो रहे हैं. यात्रियों का कहना है कि शौचालय तक का इंतजाम नहीं हुआ है.
Char Dham Yatra News: केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुण्ड में गंदगी का अम्बार लगना शुरू हो गया है. छह मई को बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने हैं और देश-विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु गौरीकुण्ड पहुंच गये हैं, लेकिन यात्रियों के लिए शौचालय की समुचित व्यवस्था ना होने से उन्हें काफी दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है. इसके अलावा घोड़े-खच्चरों की लीद से पैदल मार्ग पर गंदगी फैली हुई है. इस गंदगी से तीर्थयात्रियों के साथ ही स्थानीय लोग भी परेशान हैं.
छह मई को खुलेंगे बाबा केदारनाथ के कपाट
वहीं सोनप्रयाग से गौरीकुण्ड तक मार्ग संकरा होने से जाम की समस्या से यात्रियों को दो-चार होना पड़ रहा है. बता दें कि आज भगवान केदारनाथ की डोली अंतिम रात्रि प्रवास के लिए गौरीकुंड स्थित गौरामाई मंदिर पहुंच गई है. गुरुवार को डोली अपने ग्रीष्मकालीन प्रवास केदारनाथ पहुंच जायेगी और छह मई को बाबा केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये जायेंगे.
ऐसे में हजारों की संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु गौरीकुंड पहुंच गये हैं, जो डोली के साथ गुरुवार को केदारनाथ जायेंगे. मगर केदारनाथ यात्रा के अहम पड़ाव गौरीकुण्ड में शौचालय की समुचित व्यवस्था ना होने से तीर्थयात्री खासे परेशान हैं. इसके अलावा यात्रा सीजन में गौरीकुण्ड में पेयजल की किल्लत भी बनी रहती है.
यात्रा का आगाज हो चुका है और प्रशासन की ओर से शौचालय की कोई भी व्यवस्था गौरीकुण्ड में नहीं की गई है. ऐसे में स्थानीय व्यापारियों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है.
यात्रियों ने लगाया सुविधाएं नहीं होने का आरोप
व्यापार संघ अध्यक्ष गौरीकुण्ड अरविंद गोस्वामी एवं पूर्व प्रधान मायाराम गोस्वामी ने कहा कि बाबा केदार की डोली गौरीकुण्ड पहुंच गई है और छह मई को बाबा केदार के कपाट खुलने हैं, बावजूद इसके प्रशासन की ओर से गौरीकुण्ड में शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. मुख्स बस स्टेशन गौरीकुण्ड में शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है.
यात्री यहां-वहां शौच कर रहे हैं, जिस कारण स्टेशन में दुर्गन्ध फैल गई है. उन्होंने कहा कि गौरीकुण्ड पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की लीद को साफ नहीं किया जा रहा है, जिससे पैदल मार्ग पर गंदगी फैल गई है और यात्रियों को मुंह में रूमाल रखकर जाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि यात्रा के शुरूआत में ही अव्यवस्थाएं फैली होने से तीर्थयात्री खासे परेशान हैं. प्रशासन को समय रहते यात्रा व्यवस्थाओं को दुरूस्त करना चाहिए, अन्यथा तीर्थयात्री यहां से अच्छा संदेश लेकर नहीं जायेंगे.
पूर्व व्यापार संघ अध्यक्ष मायाराम गोस्वामी ने कहा कि केदारनाथ यात्रा व्यवस्था को लेकर प्रशासन की ओर से कई तरह के दावे किये जा रहे हैं, मगर ये सभी दावे धरातल पर नजर नहीं आ रहे हैं.
केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुण्ड में ही गंदगी फैल गई है. यहां सुलभ इंटरनेशनल की ओर से शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जबकि पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की लीद से दुर्गन्ध फैल गयी है. सफाई व्यवस्था पर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है.
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