Char Dham Yatra 2022: केदारनाथ में पुलिस प्रशासन पर उठे सवाल, आईटीबीपी ने संभाली कमान
Uttarakhand News: चारधाम यात्रा में पुलिस प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल उठने के बाद अब आईटीबीपी और एनडीआरएफ को कमान सौंप दी गई है. सुरक्षा और यात्रा व्यवस्था के लिए एक प्लाटून को तैनात कर दिया गया है.
Char Dham Yatra 2022: केदारनाथ धाम में पुलिस प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल उठने के बाद आईटीबीपी और एनडीआरएफ को कमान सौंप दी गई है. अब यात्रा मार्गो से लेकर केदारनाथ धाम में आईटीबीपी और एनडीआरएफ के जवान तैनात रहेंगे, जो तीर्थयात्रियों की हर संभव मदद करेंगे. वैसे भी लम्बे समय से केदारनाथ यात्रा में आईटीबीपी के जवानों की तैनाती की मांग की जा रही थी.
केदारनाथ विधायक भी यही चाहती थी कि केदारनाथ धाम में आईटीबीपी के जवानों की तैनाती की जाए और बार-बार सरकार से केदारनाथ में आईटीबीपी जवानों की तैनाती की मांग भी कर रही थी, जिससे व्यवस्थित तरीके से केदारनाथ की यात्रा संचालित हो सके.
केदारनाथ धाम जाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया
बता दें कि केदारनाथ धाम यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने से अव्यवस्था फैल गई है, जिस कारण पुलिस प्रशासन व्यवस्थाओं को संभालने में नाकाम दिखाई दे रहा है. इससे पहले साल 2019 की केदारनाथ यात्रा में भी हर दिन हजारों की संख्या में तीर्थयात्री पहुंचे थे और उस समय भी पुलिस प्रशासन की नाकामी देखने को मिली थी. आईटीबीपी के जवानों को केदारनाथ यात्रा में तैनात किये जाने की मांग की जा रही थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. इस बार शुरूआत से ही हजारों की तादाद में तीर्थयात्री धाम पहुंच रहे हैं, जबकि यात्रा के सातवें दिन ही केदारनाथ यात्रा का आंकड़ा 1 लाख 32 हजार पार कर चुका है, अभी भी लाखों लोगों ने केदारनाथ धाम जाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है.
आईटीबीपी की एक प्लाटून को तैनात किया गया
केदारनाथ में बढ़ रही यात्रियों की संख्या और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने के बाद आखिरकार आईटीबीपी के जवानों को तैनात कर दिया गया है. अभी केदारनाथ और यात्रा मार्गो पर आईटीबीपी के 90 जवानों को तैनात किया गया है, जबकि एनडीआरएफ के 46 जवान भी जल्द यात्रा मार्गो पर तैनात किये जायेंगे. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा और यात्रा व्यवस्था के लिए आईटीबीपी की एक प्लाटून को तैनात कर दिया गया है.
यह प्लाटून मंदिर परिसर और मंदिर मार्ग पर दर्शनों के लिए खड़े यात्रियों की मदद करेगी. एक प्लाटून में 30 आईटीबीपी के जवान हैं. वहीं, सोनप्रयाग और गुप्तकाशी में भी एक-एक प्लाटून को रखा गया है. इसके अलावा पुलिस, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, यात्रा मैनेजमैंट फोर्स के जवान पहले से तैनात हैं. उन्होंने बताया कि जल्द ही एनडीआरएफ के जवान भी यात्रा मार्गो पर तैनात कर दिये जायेंगे.