Char Dham Yatra 2022: मौसम विभाग की चेतावनी के बाद रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) जिले में जोरदार बारिश शुरू हुई, जिस कारण केदारनाथ (Kedarnath) पैदल मार्ग के गौरीकुंड(Gaurikund) में विशालकाय बोल्डर के साथ मलबा गिर गया. पत्थर के गिरने के बाद प्रशासन की ओर से यात्रा को रोक दिया गया. करीब तीन घंटे तक यात्रा बंद रही और दस हजार के करीब तीर्थयात्री गौरीकुंड पैदल मार्ग के दोनों ओर फंसे रहे.


दस हजार से ज्यादा श्रद्धालु फंसे रहे 


बता दें कि मौसम विभाग की चेतावनी के रुद्रप्रयाग जिले में जोरदार बारिश हुई. सोमवार रात को शुरू हुई बारिश का असर मंगलवार सुबह देखने को मिला. केदारनाथ पैदल मार्ग के गौरीकुंड में सुबह के समय छः बजे पैदल मार्ग पर पहाड़ी से बड़ा  पत्थर गिर गया. इस पत्थर के गिरने के बाद पैदल मार्ग के दोनों ओर दस हजार से ज्यादा श्रद्धालु फंसे रहे. श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए डीडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे और यात्रियों को समझाया और यात्रा को रोका गया. इसके बाद डीडीएमए के मजदूरों ने रास्ते से मलबा और बोल्डर को हटाने का काम शुरू किया. करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बोल्डर और मलबे को साफ किया गया, जिसके बाद यात्रा को सुचारू किया गया.


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तीर्थयात्रियों को संभलकर आवाजाही करने की आवश्यकता


बता दें कि गौरीकुण्ड से केदारनाथ 19 किमी पैदल मार्ग पर बारिश के समय आवाजाही करना कठिन हो जाता है. ऐसे में तीर्थयात्रियों को संभलकर आवाजाही करने की आवश्यकता है. साथ ही प्रशासन को भी यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए. मंगलवार सुबह की घटना घटित होते समय गनीमत यही रही कि कोई तीर्थयात्री उस दौरान आवाजाही नहीं कर रहा था. वरना कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी. जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि बारिश के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग के गौरीकुंड में बोल्डर और पत्थर गिर गये. जिन्हें डीडीएमए के मजदूरों ने साफ कर दिया है. उन्होंने कहा कि बारिश को देखते हुए तीर्थयात्रियों को सुरक्षित यात्रा करवाई जा रही है.


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