(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
केदारनाथ में उमड़ रही बाबा के भक्तों की भीड़, आठ दिन में रिकॉर्ड इतने लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
Char Dham Yatra 2024: केदारनाथ धाम में सुगम, सुरक्षित एवं निर्बाध यात्रा के लिए राज्य सरकार, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं के निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं.
Uttarakhand News: चारधाम यात्रा शुरू होते ही दिन व दिन श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है. वहीं एक हफ्ते में ही केदारनाथ धाम में नया रिकॉर्ड बन गया है. केदारनाथ में आठ दिनों में ही दर्शनार्थियों का आंकडा दो लाख के पार हो गया है. बाबा के धाम में आठ दिन में रिकॉर्ड 215930 श्रद्वालुओं ने दर्शन किए हैं. हेली, घोड़ा, खच्चर एवं डंण्डी-कण्डी के माध्यम से लगभग 61,155 तीर्थ यात्रियों ने किये दर्शन किए है.
आपको बता दें कि 10 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद से बड़ी संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं. बीते 8 दिनों में लगभग 215930 श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन कर लिए हैं. जिसमें से 10 हजार 70 श्रद्धालुओं ने हेली सेवा के माध्यम से तथा 47 हजार 806 श्रद्धालुओं ने घोड़े-खच्चरों के माध्यम से दर्शन किए. इसके अलावा 1 हजार 428 श्रद्धालुओं ने डंडी और 1 हजार 851 श्रद्धालुओं ने कंडी के माध्यम से बाबा श्री केदार के दर्शन किए 1 लाख 54 हजार 775 श्रद्धालु अब तक पैदल ट्रैक रूट से श्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं.
केदारनाथ धाम में सुगम, सुरक्षित एवं निर्बाध यात्रा के लिए राज्य सरकार, जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं एवं सुविधाएं उपलब्ध कराने के निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं. पैदल मार्ग पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किये गए हैं. जो किसी भी यात्री के बीमार या घायल होने की स्थिति में सूचना प्राप्त होते ही सुरक्षा बलों की टीमें घटनास्थल पर पहुंच तत्काल तीर्थ यात्रियों को उपचार हेतु नजदीकी एम.आर.पी. में पहुंचा रहे हैं. गंभीर स्थिति के तीर्थ यात्रियों को हायर सेंटर उपचार हेतु रेफर किया जा रहा है.
वहीं सरकार ने 31 मई तक वीआईपी दर्शन पर रोक लगा दी है तथा मंदिर परिसर के 50 मीटर के दायरे में रील बनाने और वीडियो ग्राफी पर रोक लगा दी है. इसके साथ ही खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पल-पल की अपडेट अधिकारियों से ले रहे हैं. वही रास्ते में रोके गए यात्रियों के लिए भोजन पानी का प्रबंध में सरकार के द्वारा कराया गया.