(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Char Dham Yatra: चार धाम यात्रा शुरू होने से केदार घाटी में लौटी रौनक, खुश नजर आए श्रद्धालु और व्यापारी
Kedarnath Dham: लोग चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra) खुलने का इंतजार कर रहे थे. आज से ये यात्रा शुरू हो गई है. जानें- केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में पहले दिन दोपहर एक बजे तक कितने यात्री पहुंचे.
Uttarakhand Char Dham Yatra 2021: उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Government) की तरफ से आज से चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra) शुरू कर दी गई है. केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में पहले ही दिन दोपहर एक बजे तक 350 तीर्थ यात्री धाम पहुंचे. यात्रा खुलने से केदार घाटी (Kedar Valley) के लोगों में खासा उत्साह बना हुआ है. यात्रा पड़ावों पर तीर्थ यात्रियों की चहल-कदमी से वीरान पड़े बाजारों में रौनक लौट आई है. यात्रा शुरू होने से घोड़ा-खच्चर मजदूर, वाहन चालक, ढाबा, होटल, लॉज व्यापारियों में खुशी देखी जा रही है.
खत्म हुआ इंतजार
बता दें कि, लंबे समय से श्रद्धालु यात्रा खुलने का इंतजार कर रहे थे. उनका इंतजार अब खत्म हो चुका है. आज से चार धामों में यात्रा शुरू हो गई है. अब देश के विभिन्न कोनों से श्रद्धालु धामों में आकर पुण्य अर्जित कर सकतें हैं. रुद्रप्रयाग जिले में 11वें ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रसिद्ध केदारनाथ धाम, द्वितीय केदार मदमहेश्वर और तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ का मंदिर है. यहां ग्रीष्मकाल की यात्रा के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, लेकिन 2 साल से कोरोना महामारी के चलते यात्रा पर गहरा प्रभाव पड़ा है.
कोरोना का पड़ा असर
केदार घाटी, तुंगनाथ और मदमहेश्वर घाटी के लोगों की आजीविका पर बुरा असर देखने को मिला है. पिछले वर्ष भी कोरोना महामारी के कारण यात्रा को तीन महीने बाद खोला गया था, जिसके बाद श्रद्धालुओं को धाम आने की अनुमति मिली थी. उस दौरान कम संख्या में यात्रियों के आने से लोगों का रोजगार सही तरीके से नहीं चल सका था और उन्हें उम्मीद थी कि वर्ष 2021 की यात्रा में उन्हें राहत मिलेगी. मगर इस वर्ष भी कोरोना महामारी के चलते यात्रा को पूर्ण रूप से बंद किया गया और हाईकोर्ट ने भी कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यात्रा पर रोक लगा दी. ऐसे में लोगों का रोजगार ठप पड़ा गया और कोरोना के मामले कम होने पर चार धाम यात्रा खोलने की मांग की गई.
व्यापारियों ने राहत की सांस
साढ़े चार महीने बाद चार धाम यात्रा शुरू हुई है. ऐसे में यात्रा पड़ावों पर व्यवसाय कर अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले लोगों ने राहत की सांस ली है. केदार घाटी के 80 प्रतिशत लोगों की रोजी-रोटी चार धाम यात्रा पर ही टिकी हुई है. 6 महीने यात्रा में काम करने के बाद यहां के लोग साल भर का गुजारा करते हैं. यात्रा खुलने से वाहन चालक, डंडी-कंडी, घोड़ा-खच्चर, ढाबा, होटल व्यापारियों ने राहत की सांस ली है. उन्हें उम्मीद है कि डेढ़ महीने की यात्रा से उन्हें अच्छा रोजगार मिलेगा और वो अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकेंगे.
कोविड नियमों का करें पालन
केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित अंकुर शुक्ला ने कहा कि सरकार की ओर से आज से चार धाम यात्रा को खोल दिया गया है. प्रशासन को धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि केदारनाथ आने वाले तीर्थ यात्री स्वच्छता का विशेष ख्याल रखें. साथ ही कोविड नियमों का भी पालन करें.
श्रद्धालु पूरी तैयारी के साथ आएं
केदारनाथ धाम में स्वास्थ्य सेवाएं दे रही सिक्स सिग्मा टीम के चिकित्सक डॉ प्रदीप भारद्वाज ने कहा कि सिक्स सिग्मा की टीम श्रद्धालुों के लिए केदारनाथ धाम में मौजूद है. दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु पूरी तैयारी के साथ आएं. गर्म कपड़े और जूते पहनकर धाम में पहुंचे. साथ ही खाली पेट यात्रा ना करें. धाम में नेटवर्क की बेहतर व्यवस्था है. उन्होंने बताया कि केदारनाथ आने वाले तीर्थ यात्री कुंड में स्नान नहीं कर सकेंगे. हर यात्री को कोविड 19 की निगेटिव रिपोर्ट या दोनों लगाई गई वैक्सीन की रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी.
श्रद्धालुओं की सहायता करेगी पुलिस
वहीं, पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने कहा कि चार धाम यात्रा को खोल दिया गया है और जिले में संचालित केदारनाथ धाम की यात्रा को लेकर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है. पुलिस की ओर से श्रद्धालुओं की हर संभव सहायता की जाएगी.
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