Chardham Yatra 2023: विधि विधान के साथ खुले गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट, जानें- किसके नाम से की गई पहली पूजा
Chardham Yatra: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा हर्षोल्लास के साथ होगी. उन्होंने देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं का देवभूमि उत्तराखंड में स्वागत किया.
Chardham Yatra 2023: विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट विधि विधान के साथ शनिवार को अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं. तय कार्यक्रमानुसार गंगोत्री धाम के कपाट सुबह 12 बजकर 35 मिनट पर और यमुनोत्री धाम के कपाट दोपहर 12 बजकर 41 मिनट पर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं. अब अगले छह माह तक श्रद्धालु गंगोत्री में मां गंगा और यमुनोत्री धाम में मां यमुना के दर्शन कर सकेंगे. आज पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से की गई.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को खरशाली, यमुनोत्री में पूजा अर्चना की. उसके बाद मां यमुना जी की उत्सव डोली को शनि देव की अगुवाई में खरशाली से यमुनोत्री धाम के लिए रवाना किया गया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज मां यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड की चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो चुका है. 25 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अप्रैल को बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे. चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का देवभूमि आगमन पर स्वागत किया गया. श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर के माध्यम से पुष्प वर्षा की गई है.
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा हर्षोल्लास के साथ होगी. उन्होंने देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं का देवभूमि उत्तराखंड में स्वागत किया. उन्होंने कहा कि भगवान बद्री विशाल, बाबा केदार, मां यमुनोत्री और गंगोत्री की कृपा सभी पर बनी रहे. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर देश और प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना भी की.
12.35 पर गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए
गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल ने बताया कि शुक्रवार को 12.15 मिनट पर मां गंगा की उत्सव डोली अपने शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई. रात्रि विश्राम भैरव घाटी स्थित भैरव मंदिर में करने के उपरांत अगले दिन सुबह 8 बजे मां गंगा की उत्सव डोली गंगोत्री धाम पहुंची. जहां विधिविधान के साथ गंगा पूजन, गंगा सहस्त्रनाम पाठ और विशेष पूजा अर्चना के बाद सर्वाथ अमृत सिद्ध योग पर 12.35 पर गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए.
यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल ने बताया कि मां यमुना की डोली शनिवार सुबह अक्षय तृतीय के पर्व पर अपने शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव से सुबह 8 बजे शनिदेव की अगुवाई में यमुनोत्री धाम को रवाना हुई. डोली 11 बजे यमुनोत्री धाम पहुंची. जहां पूजा अर्चना और हवन करने के बाद वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ अभिजीत मूहूर्त में 12.41 पर यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं.