Char Dham Yatra: इस साल चार धामा यात्रा पर पहुंचे रिकॉर्ड श्रद्धालु, हादसों में ढ़ाई सौ से अधिक लोगों की मौत
Uttarakhand News: इस साल अभी तक चारधाम यात्रा में अब तक 42 लाख से ज्यादा तीर्थ यात्री पहुंच चुके हैं. कोरोना की वजह से पिछले दो साल से चार धाम की यात्रा नहीं हो पाई थी.
Char Dham Yatra News: तीन मई 2022 को अक्षय तृतीया के मौके पर चार धाम यात्रा की शुरुआत हुई थी और अब शीतकाल के लिए धामों के कपाट बंद होने के क्रम शुरू हो रहे हैं. चार धाम यात्रा में अब तक 42 लाख से ज्यादा तीर्थ यात्री पहुंच चुके हैं इस बार चार धाम यात्रा के दौरान हादसे भी बहुत हुए हैं और इस दौरान बहुत से श्रद्धालुओं की मौतें भी हुई है.
जानें मौत का आंकड़ा
प्रभारी सचिव स्वास्थ्य आर राजेश कुमार ने कहा कि कोरोना की वजह से पिछले दो साल तक यात्रा नहीं हो पाई थी. इसी वजह से इस बार उत्तराखंड के चारों धामों में रिकॉर्ड श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे. इस बार चार धाम में आने वाले यात्रियों की मौतें भी ज्यादा हुई. अभी तक तीन सौ के करीब श्रद्धालुओं की चार धाम यात्रा के दौरान मौत हो चुकी है. मौत की आंकड़ों की बात करें तो बद्रीनाथ में अभी तक कुल 66 मौतें हुई है. केदारनाथ में अभी तक कुल 146 मौतें हुई है. गंगोत्री में अभी तक कुल 17 मौतें हुई है और यमुनोत्री में कुल 48 मौतें हुई है.
जानें कपाट कब बंद होंगे
भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली 27 अक्टूबर को फाटा, 28 अक्टूबर को विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी तथा 29 अक्टूबर को श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी. इसी के साथ पंचकेदार गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में भगवान केदारनाथ जी की शीतकालीन पूजा शुरू हो जाएंगी. बद्रीनाथ धाम में कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तहत पंच पूजाओं में 15 नवंबर मंगलवार को पहले दिन पूजा अर्चना के बाद शाम को श्री गणेश जी के कपाट बंद हो जाएंगे.
यमुनोत्री धाम के कपाट भी 27 अक्टूबर को अभिजीत मुहूर्त में दोपहर को बंद हो जाएंगे. 19 नवंबर को दोपहर 3 बजकर 35 मिनट श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे. केदार मद्महेश्वर के कपाट शुक्रवार 18 नवंबर और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट सात नवंबर को बंद होंगे.