Char Dham Yatra: उत्तराखंड देवभूमि के नाम से विश्व प्रसिद्ध है. देवभूमि में हर साल लाखों श्रद्धालु चार धाम की यात्रा पर आते हैं. चार धाम की यात्रा को सुगम और सफल बनाने के लिए शासन और प्रशासन स्तर पर लगातार कवायद की जाती है. इस बार चार धाम यात्रा पर आए श्रद्धालु हेली सेवाओं से काफी आक्रोशित हैं. केदारनाथ धाम में हेली सेवाओं की मनमानी लगातार बढ़ती जा रही है. शासन प्रशासन से लेकर नागरिक उड्डयन विभाग हेली सेवा प्रदान करनेवाली कंपनियों पर लगाम नहीं लग पा रहा है.


कब रुकगे हेली सेवा कंपनियों की मनमानी?


आरोप है कि ऑनलाइन बुकिंग के बावजूद हेलीकॉप्टर से बाबा केदारनाथ का दर्शन करने में श्रद्धालुओं को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. कभी मौसम के खराब होने की बात कहकर पेमेंट लौटा दिया जाता है. कभी वीआईपी के नाम से ऑनलाइन बुकिंग को कैंसिल कर दिया जाता है. श्रद्धालु मनमाना किराया वसूलने का भी आरोप लगाते हैं. हेली सेवाओं की मनमानी से दूर दराज के श्रद्धालुओं को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.


डीजीसीए सचिव के रवैये से भक्तों में गुस्सा


डीजीसीए सचिव सी रविशंकर के सामने मुद्दे को उठाया गया. उन्होंने बताया टिकट पर नियम और दिशानिर्देश लिख दिए जाते हैं. अचानक हेली सेवा कैंसिल और रिफंड का जिक्र भी टिकट में दर्ज रहता है. गोलमोल जवाब देकर डीजीसीए सचिव समस्या का समाधान करने में असमर्थ नजर आए. चार धाम यात्रा पर आने वाले भक्तों ने डीजीसीए सचिव के जवाब पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि सचिव को हेली सेवाओं के मनाने पर रोक लगाने का अधिकार है. लगता है उन्होंने हेली सेवा कंपनियों के आगे घुटने टेक दिए हैं. ऐसे में अब श्रद्धालों को चार धाम की यात्रा दुश्वारी में करने के लिए तैयार रहना चाहिए. 


Haridwar: ट्यूशन टीचर ने महिला के पेंशन अकाउंट में की सेंधमारी, ऑनलाइन ठगी के तरीके से पुलिस भी हैरान