Rishikesh: उत्तराखंड के देहरादून के जिलाधिकारी और डीआईजी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने गुरुवार को चार धाम में व्यवस्थाओं का जायजा लिया. साथ ही इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं से बातचीत भी की और उनकी समस्याओं को जाना. देहरादून के जिलाधिकारी डॉ आर राजेश कुमार और डीआईजी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनमेजय खंडूरी ने गुरुवार को ऋषिकेश में चार धाम यात्रा की विभिन्न व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण किया.


रजिस्ट्रेशन पर दी ये बड़ी जानकारी


जिलाधिकारी ने यात्रा के लिए पंजीकरण पर बात करते हुए कहा कि यात्रियों के लिए पंजीकरण की संख्या को बढ़ाकर 5,000 प्रति दिन कर दिया गया है, सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए इसे और बढ़ाया जा सकता है.



बता दें कि यात्री प्रशासन पर आरोप लगा रहे हैं कि रजिस्ट्रेशन कराया भी गया है पर स्थानीय प्रशासन द्वारा रजिस्ट्रेशन को मान्य नहीं बताया जा रहा है. वहीं कई यात्रियों का कहना है कि उनके कई घंटों से जाम में रुकने पर दिक्कतें हो रही हैं. साथ ही यात्रा का रजिस्ट्रेशन की तारीख बहुत देरी में मिली होने के कारण भी उनका समय खराब हो रहा है और उन्हें खाने-पीने की समस्या भी हो रही है. वहीं केदारनाथ होटल एसोसिएशन ने रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग की है.


बता दें कि उम्मीद से ज्यादा संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने से वहां व्यवस्थाओं में कमी देखने को मिली थी. साथ ही पहले से बीमार कई श्रद्धालुओं की मौत भी हुई है, ऐसे में बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रा के लिए नहीं निकलने की सलाह दी गई थी. वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा पर आने वालों से अपील की थी कि यदि किसी श्रद्धालु की तबियत सही नहीं तो वे यात्रा न करें.


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