Chardham Yatra: कम पड़ रहे हेलीकॉप्टर, रास्ते में मर रहे घोड़े-खच्चर को मंदाकिनी में फेंक रहे मालिक
Horses & Mules Dying On The Way To Kedarnath: कहा जा रहा है कि यात्रा शुरू होने से लेकर अब तक लगभग सवा लाख तीर्थयात्री घोड़े और खच्चरों की सेवा ले चुके हैं.
Horses & Mules Dying On The Way To Kedarnath: उत्तराखंड (Uttarakhand) की चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) को लेकर चौंकाने वाली खबर आई है. कहा जा रहा है कि यात्रा में इस्तेमाल होने वाले घोड़े और खच्चरों (Horses & Mules) के शव सीधे मंदाकिनी (Mandakini River) में फेंके जा रहे हैं, जिससे नदी का जल प्रदूषित हो रहा है और बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चारधाम यात्रा में इस बार भारी संख्या में तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं को केदारनाथ के फेरे लगवाने वाले हेलीकॉप्टरों (Helicopters) की संख्या अपर्याप्त बताई जा रही है. इस वजह से घोड़े और खच्चरों पर लोड बढ़ गया है.
सवा लाख तीर्थ यात्री ले चुके हैं घोड़े-खच्चरों की सेवा
श्रद्धालुओं के फेरे लगवाने के लिए खच्चरों की मांग ज्यादा हो रही है. इससे रास्ते में घोड़े और खच्चरों की मौत के मामले भी सामने आ रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि रास्ते में मरने वाले घोड़े और खच्चरों को उनके मालिक सीधे मंदाकिनी नदी में फेंक दे रहे हैं. कहा जा रहा है कि यात्रा शुरू होने से लेकर अब तक लगभग सवा लाख तीर्थयात्री घोड़े और खच्चरों की सेवा ले चुके हैं. इसके अलावा कई तीर्थयात्रियों ने हेलीकॉप्टर से भी यात्रा संपन्न की है.
रिपोर्ट के मुताबिक बर्फबारी थमने के फिर से यात्रा शुरू हो गई है. शुक्रवार (27 मई) को लगभग तीस हजार तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंच गए. बता दें कि इस वर्ष चारधाम यात्रा के दौरान सेहत कारणों से श्रद्धालुओं की मौतों के कई मामले सामने आ रहे हैं. यात्रा शुरू होने से अब तक 84 लोगों की मौत सेहत कारणों से हो चुकी है. उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे लोग यात्रा से बचे जिन्हें कोई बीमारी है या पिछले वर्ष जिन्हें कोरोना हुआ था.
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