देहरादून, एजेंसी। उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार को बंद कर दिए गए। रविवार सुबह चार बजे अभिषेक पूजा की गई। दोपहर डेढ़ बजे संध्या कालीन पूजा हुई।


तीन बजे से कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गईं। शाम पांच बजकर 13 मिनट पर धाम के कपाट बंद कर दिए गए। शीतकाल में बर्फबारी और ठंड के कारण बदरीनाथ सहित सभी चारों धामों के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए बंद कर दिए जाते हैं।


कपाट बंद होने के दौरान 10 हजार तीर्थ यात्री बदरीनाथ धाम में मौजूद रहे। बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि रविवार को भगवान बदरी विशाल के कपाट दिनभर श्रद्धालुओं के लिए खुले रहे। मंदिर को गेंदे के फूलों से सजाया गया।



बदरीनाथ धाम में स्थित माता मूर्ति मंदिर के कपाट भी रविवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। माता मूर्ति भगवान बदरीनाथ जी की माता हैं। प्रतिवर्ष बामन द्वादशी के पर्व पर भगवान बदरीनाथ अपनी माता से मिलने उनके मंदिर में जाते हैं।

गौरतलब है कि, अन्य तीनों धामों, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट पहले ही शीतकाल के लिए बंद किए जा चुके हैं।