Chardham Yatra 2023: चारधाम यात्रा में एयर एंबुलेंस के साथ तैनात किए जाएंगे डॉक्टर, प्रशासन ने कसी कमर
Chardham Yatra: केदारनाथ व यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर हर एक किलोमीटर पर स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे. इसके अलावा मेडिकल कॉलेजों के फैकल्टी डॉक्टर भी चारधाम यात्रा में तैनात किए जाएंगे.
Chardham Yatra 2023: उत्तराखंड में इस बार चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) अप्रैल से शुरू होने वाली है. जिसे लेकर सरकार और प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है. बीते साल चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सरकार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. जिसके बाद इस बार की यात्रा को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी कमर कस ली है. चारधाम यात्रा 2023 में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने पर सरकार का विशेष फोकस है. केदारनाथ व यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर हर एक किलोमीटर पर स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे. इसके अलावा मेडिकल कॉलेजों के फैकल्टी डॉक्टर भी चारधाम यात्रा में तैनात किए जाएंगे.
स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने बताया कि 22 अप्रैल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा को लेकर सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दो बार चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक कर चुके हैं. इसके अलावा उनकी अध्यक्षता में यात्रा में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए रुद्रप्रयाग, टिहरी और पौड़ी जिले में तीन बैठकें हो चुकी हैं.
एयर एंबुलेंस का रहेगा इंतजाम
रावत ने कहा कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए केंद्र सरकार को एयर एंबुलेंस की सुविधा दिए जाने का प्रस्ताव दिया गया था. इसे केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया है. यात्रा के दौरान सरकार और एम्स ऋषिकेश संयुक्त रूप से एयर एंबुलेंस संचालित करेंगे. केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी ज्यादा दिक्कतें आती हैं. यदि किसी की तबीयत खराब होती है तो उसे तत्काल एयर एंबुलेंस से एम्स ऋषिकेश या श्रीनगर मेडिकल कॉलेज पहुंचाया जा सकता है.
स्वास्थ्य शिविरों में डॉक्टरों, विशेषज्ञ डॉक्टर और ऑक्सीजन सिलिंडर की पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी. इस बार मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को भी यात्रा के दौरान तैनात किया जाएगा. सरकार का पूरा प्रयास है कि यात्रा पर आने वाले किसी भी श्रद्धालु को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए परेशानियों का सामना न करना पड़े.