Chardham Yatra 2023 Date: उत्तराखंड में 22 अप्रैल से चार धाम यात्रा शुरू हो रही है, लेकिन यात्रा से पहले यमुनोत्री और गंगोत्री धाम को मंदिर समिति के अधीन लाने की मांग उठने लगी है, भाजपा के विधायक खजान दास ने यमुनोत्री और गंगोत्री धाम को मंदिर समिति में लाए जाने की मांग की है. उनका कहना है कि मुख्यमंत्री को इस विषय में चिंता करनी चाहिए, क्योंकि चारों धामों की यात्रा यमुनोत्री धाम से पहले शुरू होती है. उसके बाद गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में श्रद्धालु जाते हैं.
बीजेपी विधायक खजान दास ने कहा कि बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में व्यवस्थाओं के लिए टेंपल कमेटी का गठन किया गया है, जबकि यमुनोत्री और गंगोत्री धाम भी महत्वपूर्ण धाम है और यहां पर मंदिर समिति नहीं है. ऐसे में यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में भी व्यवस्था को दूर करने के लिए मंदिर समिति का गठन होना चाहिए या फिर इन दोनों धामों को भी मंदिर समिति के अधीन लाना चाहिए.
कांग्रेस ने भी उठाए सवाल
इस मामले पर अब राजनीति भी तेज होने लगी है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने बीजेपी विधायक की मांग पर कहा कि सरकार चार धाम यात्रा को लेकर गंभीर नहीं है. व्यवस्थाएं अभी दुरुस्त नहीं हुई, लेकिन अगर यमुनोत्री और गंगोत्री धाम की बात की जाए तो यह दोनों धामों में भी यात्रा के मद्देनजर काफी महत्व है, लेकिन इन धामों में केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम की तरह व्यवस्था नहीं होती, क्योंकि यहां मंदिर समिति नहीं है.
22 अप्रैल से शुरू हो रही है चारधाम यात्रा
कांग्रेस नेता ने कहा कि इन दोनों धामों में भी श्रद्धालुओं की संख्या का आंकड़ा काफी ज्यादा होता है, मंदिर समिति सिर्फ बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में ही व्यवस्था करती है, उन्होंने भी सरकार से मांग की कि यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में भी मंदिर समिति के अधीन व्यवस्था होनी चाहिए. आपको बता दें कि 22 अप्रैल को यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुलेंगे, जबकि 26 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अप्रैल को बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे. सरकार पिछली बार की तरह इस बार भी रिकॉर्डतोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद कर रही है.
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