Helicopter Services for Char Dham Yatra: विश्व विख्यात केदारनाथ धाम के लिए इस बार नौ हेली सेवाएं उड़ान भरेंगी. ये हेली सेवाएं केदारघाटी के गुप्तकाशी, फाटा और शेरसी से धाम के लिए उड़ानें भरेंगी. इस बार नौ हेली सेवाओं के संचालन की अनुमति मिली है और हेली सेवाएं केदारघाटी पहुंचने लग गई है. 25 अप्रैल से हेलीकॉप्टर यात्रियों को लेकर उड़ानें भरेंगे. हेली सेवा से केदारनाथ धाम जाने वाले तीर्थ यात्री सिर्फ  IRCTC की  http://heliyatra.irctc.co.in  वेबसाइट पर टिकट बुक करा सकते हैं. 


इस बार 90 फीसद टिकटों की बिक्री ऑनलाइन


इस वेबसाइट के अलावा यात्रियों को अन्य किसी भी वेबसाइट से टिकट नहीं मिल पाएंगे. हेलीकॉप्टर टिकट के लिए भी यात्रियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य है. गुप्तकाशी से केदारनाथ आने-जाने का किराया 7740, फाटा से 5500 और शेरसी से 5498 रुपये निर्धारित किया गया है. पिछले यात्रा सीजन में देखा गया था कि कई यात्रियों ने फर्जी टिकट मिलने की शिकायते दर्ज की थी. पिछले अनुभवों को देखते हुए इस बार 90 प्रतिशत टिकट ऑनलाइन की गई हैं. बाकी दस प्रतिशत टिकट वीआईपी के लिए रिजर्व हैं, जो कि जिलाधिकारी के जरिए जारी होंगे. 


http://heliyatra.irctc.co.in वेबसाइट के अलावा यात्रियों को कही ओर से टिकट मिलता है तो वह फर्जी हो सकते हैं. पिछली बार केदारनाथ धाम में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद इस बार हेली सेवाओं के संचालन में कुछ नए नियम भी बनाए गए हैं. उक्त वेबसाइट के अलावा किसी एजेंट या अन्य के जरिए कोई बुकिंग नहीं होगी.


भगवान केदारनाथ की डोली फाटा पहुंची


बता दें कि भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह डोली यात्रा अपने दूसरे पड़ाव के तहत फाटा पहुंची. इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय भक्तों ने डोली का फूल मालाओं के साथ स्वागत किया. बम बम भोले और जय बाबा केदार के जयघोषों से  सम्पूर्ण माहौल भक्तिमय हो गया. बाबा केदार की डोली यात्रा को लेकर भक्तों में काफी उत्साह है.


बड़ी संख्या में भक्त बाबा की डोली के साथ नंगे पैर चल रहे हैं. शुक्रवार को डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से रवाना हुई थी और प्रथम रात्रि प्रवास के लिए गुप्तकाशी स्थित विश्वनाथ मंदिर पहुंची थी. शनिवार सुबह डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से फाटा के लिए प्रस्थान की. गुप्तकाशी में विश्वनाथ मंदिर में ही भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा. लोग डोली के साथ काफी आगे तक गए. सेना के बैंड के साथ भक्तों ने जमकर नृत्य भी किया.


25 अप्रैल को श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे केदारनाथ के कपाट 


गुप्तकाशी से डोली नाला, नारायणकोटी, ब्यूंग, मैखंडा होते हुए फाटा पहुंची. फाटा में पहले से ही भक्त डोली की अगुवाई के लिए मौजूद थे. जैसे ही डोली फाटा बाजार पहुंची तो भक्तों में और भी उत्साह देखा गया. काफी देर तक भक्त बाबा केदार के जयघोषों करते रहे. इसके बाद बाबा की डोली विधिवत स्थान पर ठहराई गई, जहां पूजा अर्चना की गई. रविवार को डोली फाटा से प्रस्थान कर गौरीकुंड पहुंचेगी. इसके बाद 24 अप्रैल को डोली केदारनाथ धाम पहुंच जाएगी और 25 अप्रैल की सुबह बाबा केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं की दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे.


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