Chardham Yatra 2023: केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में बदले मौसम को देखते हुये यात्रियों से एक सप्ताह तक अपनी यात्रा स्थगित करने की अपील प्रशासन की ओर से की जा रही है. जो यात्री ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं और मौसम को देखते हुये यात्रा पर नहीं आते हैं तो उनके बाद यहां ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करवाये जाएंगे. मौसम और यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुये अब प्रशासन एक दिन में आठ से दस हजार के बीच ही यात्रियों को केदारनाथ भेजेगा.
केदारनाथ धाम में दोपहर बाद लगातार मौसम खराब हो रहा है. यहां हर रोज हो रही बर्फबारी के कारण काफी परेशानियां हो रही हैं. कपाट खुलने के दिन उम्मीद से अधिक यात्रियों के पहुंचने से काफी अव्यवस्थाएं भी हो गईं थी. वर्तमान समय में धाम में मुश्किल से पांच से सात हजार लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था है, जबकि यात्री इससे अधिक पहुंच रहे हैं. कई बार यात्री दर्शन करने के बाद भी वहीं रूक रहे हैं. अगले एक सप्ताह तक केदारनाथ धाम में मौसम खराब रहने की संभावनाएं हैं.
लागू होगा स्लॉट सिस्टम
धाम में दोपहर बाद बर्फबारी का सिलसिला जारी है. प्रशासन अब यात्रियों से यही अपील कर रहा है कि फिलहाल यात्री एक सप्ताह तक अपनी यात्रा को टाल सकते हैं. जिन यात्रियों ने अपने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाये हैं, अगर वे इस बीच नहीं आते हैं तो उन्हें ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी जायेगी. यात्रियों को दर्शन करने में सुविधा हो और लाइन कम लगे, इसके लिये अब धाम में स्लॉट सिस्टम लागू किया जायेगा.
यात्रियों को नंबर देकर दर्शन कराये जाएंगे. साथ ही यात्रा पर नियंत्रण के लिये सुबह साढ़े दस बजे सोनप्रयाग बैरियर तो दोपहर एक बजे गौरीकुंड बैरियर को बंद किया जा रहा है. एक बजे तक आठ से दस हजार के बीच ही यात्रियों को केदारनाथ भेजा जा रहा है, जिससे धाम में सीमित संख्या में यात्री पहुंचें और उन्हें दर्शन के अलावा रहने व अन्य सुविधाएं मिल सकें.
डीएम ने क्या कहा
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि मौसम को देखते हुये यात्री एक सप्ताह तक अपनी यात्रा को टाल सकते हैं और अगर उन्होंने अपने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाये हैं तो उन्हें ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी जायेगी. मौसम को देखते हुये दोपहर एक बजे के बाद गौरीकुंड बैरियर से आगे यात्रियों को नहीं जाने दिया जा रहा है.