Kedarnath News: केदारनाथ धाम में किसने लगाए QR कोड? BKTC ने दर्ज कराई शिकायत, जांच में जुटी पुलिस
Kedarnath Dham: एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने कहा कि बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में अनाधिकृत रूप से क्यूआर कोड लगा था, इस मामले में अब बीकेटीसी द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है.
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Chardham Yatra 2023: उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के पास चंदा मांगने के लिए लगाए गए क्यूआर कोड (QR Code) के संबंध में बीकेटीसी (BKTC) की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है. वहीं इसी तरह का प्रकरण अब केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में भी सामने आया है, जहां पर भी इसी तरह के क्यू आर कोड लगाए गए हैं. जिसपर अब बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर कमेटी भी मुकदमा दर्ज कराया है. कमेटी की तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
बद्रीनाथ धाम में पेटीएम के माध्यम से ऑनलाइन चढ़ावा किये जाने का मामला लगातार उत्तराखंड में विवादों में है. मंदिर समिति ने कहा है कि ये क्यू आर कोड किसने और कब लगाए हैं उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है. स्थानीय लोगों ने पेटीएम द्वारा दान को लेकर आपत्ति जताई थी. जिस पर मंदिर समिति ने तत्काल संज्ञान लेते हुए इन बोर्डों को हटवा दिया है.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
इस मामले में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने और जानकारी देते हुए कहा कि बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में अनाधिकृत रूप से क्यूआर कोड लगा था बीकेटीसी का मानना है कि उनके द्वारा इसको लेकर कोई जानकारी नहीं है. जिसके बाद बीकेटीसी की ओर से एक तहरीर दी गई है. पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है. एडीजी ने कहा मामले की विवेचना की जा रही है, जल्द ही पूरा मामला सामने आ जाएगा.
उधर सोशल मीडिया पर तमाम तस्वीरें वायरल है लोगों का कहना है कि जिस क्यूआर कोड को लगाया गया है उसमें बद्रीनाथ और केदारनाथ टेंपल कमेटी का नाम आ रहा है, ऐसे में यह कैसे संभव हो सकता है कि कमेटी को इसकी जानकारी ही न हो. हालांकि पूरा माज़रा क्या है ये पुलिस जांच के बाद ही साफ हो पाएगा.
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