Uttarkashi Chardham Yatra 2023: चारधाम यात्रा-2023 (Chardham Yatra 2023) को लेकर उत्तरकाशी (Uttarkashi) पुलिस की तैयारियां जोरों पर हैं. यात्रा की तैयारियों को लेकर पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि दोनों धाम यमुनोत्री और गंगोत्री की यात्रा पर किस प्रकार की व्यवस्था की जाएगी. देवभूमि उत्तराखंड का पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है, यहां पर यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ जैसे विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल विराजमान हैं. यह पूरे देश मे चारधाम यात्रा के लिए फेमस है.
हर साल लाखों की तादाद में श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड के चारों धामों में दर्शन के लिए आते हैं. उत्तरकाशी चारधाम यात्रा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण और पावन स्थल है, यहां पर चारधाम यात्रा का पहला पड़ाव मां यमुना की उद्गम स्थली यमुनोत्री धाम और गंगा का उद्गम स्थल श्री गंगोत्री धाम स्थित हैं. प्रतिवर्ष लाखों की तादाद में श्रद्धालु यहां पर पतित पावनी मां यमुना और गंगा के दर्शन के लिए पहुंचते हैं.
यातायात प्लान किया गया तैयार
पहाड़ी और विपरीत परिस्थितियों के बीच यहां पर स्थानीय पुलिस प्रशासन को तीर्थ यात्रियों को सुगम और सुरक्षित यात्रा करवाने में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. पुलिस कार्यालय उत्तरकाशी में अर्पण यदुवंशी ने आयोजित आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों के सम्बन्ध में जानकारी दी.
सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने यात्रा रूटऔर धामों मे पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल और संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल नियुक्त करते हुए ज्यादा सतर्कता बरतने की योजना बनाई गई है. धामों, घाटों और स्थलों को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया है, यमुनोत्री धाम पैदल मार्ग पर घोड़ों और डंडी-कंडी के सुगम और सुरक्षित संचालन हेतु रोटेशन की व्यवस्था, साथ ही यातायात प्लान तैयार किया गया है. उत्तरकाशी के मुख्यालय में पार्किंग को लेकर विशेष व्यवस्था की गई है जिसमें छोटे-छोटे पार्किंगों का निर्माण किया गया.
गंगोत्री धाम में ये रहेगा यात्रा रूट
- ऋषिकेश से गंगोत्री धाम आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए रूट नरेन्द्रनगर, चम्बा, धरासू बैण्ड, उत्तरकाशी, गंगोरी, भटवाडी, हर्षिल, गंगोत्री रहेगा.
- यमुनोत्री धाम से गंगोत्री जाने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए रूट जानकीचट्टी, दोबाटा, राड़ी टॉप, ब्रह्मखाल, धरासू बैण्ड, उत्तरकाशी, गंगोरी, भटवाडी, हर्षिल, गंगोत्री रहेगा.
- गंगोत्री से केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम जाने वाले वाहनों के लिए रूट तेखला-मांडो-मानपुर-चौरंगी-लम्बगांव-श्रीनगर रहेगा.
- गंगोत्री से ऋषिकेश जाने वाले वाहनों के लिए रूट तेखला पुल-मांडो-जोशियाड़ा-मनेरा-बडेथी-मातली रहेगा.
- मातली से आगे बंदरकोट और रतूड़ीसेरा में मार्ग बंद होने की स्थिति में तीर्थ यात्री वैकल्पिक मार्ग चौरंगी, लम्बगांव, पीपलडाली,टिहरी, चम्बा होते हुए जायेंगे.
- चिन्यालीसौड के आगे मार्ग अवरुद्ध होने की स्थिति में हल्के और छोटे वाहनों को आर्कब्रिज-बलडोगी-स्यांसूपुल –भल्डीयाना-जाख तिराह-चम्बा से भेजा जायेगा.
- धरासू से आगे मार्ग बंद होने पर वाहनों को धरासू बैण्ड से ब्रह्मखाल-बडकोट-नौगांव-डामटा होते हुए देहरादून भेजा जाएगा.
- चिन्यालीसौड सरोट से आगे मार्ग बंद होने की स्थिति में यात्रा वाहनों के लिए वैकल्पिक रूट नगुण-सुवाखोली होते हुए देहरादून भेजा जाएगा.
- देहरादून, सुवाखोली मार्ग बंद होने पर देहरादून और टिहरी गढवाल से सम्पर्क कर वाहनों को रोका जायेगा.
- धौंतरी लम्बगांव मार्ग अवरुद्ध होने पर श्रीनगर और तिलवाड़ा से सम्पर्क कर वाहनों की आवाजाही रोकी जाएगी.
यमुनोत्री धाम में ये रहेगा यात्रा रूट
- चारधाम यात्रा का पहला पड़ाव यमुनोत्री धाम है, सबसे पहले तीर्थयात्री चारधाम यात्रा की शुरुआत इसी धाम से करते हैं.
- ऋषिकेश से चारधाम यात्रा के लिए यमुनोत्री आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए उत्तरकाशी की सीमा NH-34 पर प्रथम चैकिंग बैरियर नगुण से वाहनों की चैकिंग और रजिस्ट्रेशन की कार्यवाही के बाद रूट धरासू बैण्ड से ब्रह्मखाल राड़ी टॉप, दोबाटा होते हुए जानकीचट्टी रहेगा.
- देहरादून से यमुनोत्री धाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए रूट देहरादून, डामटा, नौगांव, बड़कोट, दोबाटा, जानकीचट्टी रहेगा.
- यमुनोत्री धाम से गंगोत्री जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए रूट जानकीचट्टी, दोबाटा, राड़ी टॉप, ब्रह्मखाल, धरासू बैंड, उत्तरकाशी, गंगोरी, भटवाडी, हर्षिल, गंगोत्री रहेगा.
- डामटा-बड़कोट क्षेत्र में रात्रि प्रवास करने वाले तीर्थ यात्रियों के वाहनों के लिए कोई निर्धारित पार्किंग उपलब्ध नहीं है. इन जगहों पर वाहनों को सुविधानुसार सड़क किनारे पार्क किया जा सकता है.
- बड़कोट बाजार में नगर पालिका की पार्किंग निर्माणाधीन है, जिसकी क्षमता करीब 100 छोटे-बड़े वाहन है.
पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी अर्पण यदुवंशी ने बताया कि उत्तरकाशी पुलिस चारधाम यात्रा को सरल, सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, हमने तैयारियां चालू कर दी हैं. यमुनोत्री धाम के लिए मेजर प्रॉब्लम हमेशा घोड़े खच्चर को लेकर रहती है, तो इस बार हमने उस समस्या से निजात दिलाने के लिए कुछ उपाय किए हैं, एक तो हमने घोड़ा पड़ाव फूलचट्टी में तैयार किया है. इस बार रोटेशन व्यवस्था के तहत चलाए जाएंगे, जो जाम लगता है उससे निजात मिलेगी.
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