Chardham Yatra 2023: उत्तराखंड में इस बार अप्रैल माह से चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) की शुरुआत हो जाएगी. यात्रा सुगम और सुरक्षित रहे इसके लिए इस बार सरकार ने अभी से ही यात्रा को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. पर्यटन विभाग चारधाम यात्रा को लेकर तैयारियों में जुटा हुआ है. हालांकि अभी तकरीबन यात्रा में ढाई महीने का वक्त है, लेकिन इस बार भी यात्रा में उम्मीद जताई जा रही है कि भारी संख्या में यात्री चार धाम यात्रा में आएंगे. इसलिए यात्रा में आने वाले यात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया गया है. लेकिन रजिस्ट्रेशन के फॉर्मूले को बदला जा रहा है.


उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए इस बार भी रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होगा. लेकिन रजिस्ट्रेशन कराने के लिए इस बार आपको सिर्फ ऑनलाइन आवेदन नहीं करना होगा. बल्कि आप ऑनलाइन के साथ-साथ फोन करके भी अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. साथ ही पर्यटन विभाग इस बार रजिस्ट्रेशन के लिए एक व्हाट्सएप नंबर भी जारी करेगा. जिसके जरिए आप को व्हाट्सएप पर मैसेज करके अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. 


चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल से हो जाएगी
ये व्यवस्था पर्यटन विभाग को इसलिए करनी पड़ी क्योंकि पिछली बार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की वजह से यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. इसलिए इस बार रजिस्ट्रेशन के फॉर्मूले को बदला जा रहा है. वहीं अप्रैल महीने से चार धाम यात्रा की शुरुआत होने के साथ ही व्यवस्था को भी अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. इस बार इस बार उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल से हो जाएगी. 22 अप्रैल को यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुलेंगे. तो 27 अप्रैल को भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे. सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे ने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा यात्रा के लिए सभी तैयारी कर ली गई है और इस बार भी रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होगा.


सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे ने बताया कि जोशीमठ की आपदा की वजह से कुछ दिक्कत  जरूर है, लेकिन यात्रा तक इन सभी समस्याओं को दूर कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि जोशीमठ आपदा की वजह से बद्रीनाथ धाम यात्रा को लेकर जो चर्चाएं चल रही हैं उससे यात्रा पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. उन्होंने बताया कि इस बार भी बद्रीनाथ धाम यात्रा सुगम और सुरक्षित रहेगी. इसके लिए डिजास्टर मैनेजमेंट से लगातार संपर्क किया जा रहा है. इतना ही नहीं केदारनाथ धाम की यात्रा हेलीकॉप्टर से करने वाले यात्रियों को भी दिक्कत नहीं आएगी. इसके लिए सिविल एविएशन डिपार्टमेंट हेलीकॉप्टर बुकिंग की व्यवस्था को बेहतर कर रहा है. इसके साथ ही हेलीपैड पर अलग-अलग नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए जाएंगे ताकि किसी तरह की ब्लैकमेलिंग ना हो.


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चारधाम यात्रा सरकार के लिए चुनौती साबित हो सकती
उत्तराखंड में इस बार चारधाम यात्रा सरकार के लिए चुनौती साबित हो सकती है. एक तो जोशीमठ में आपदा की वजह से यात्रियों में  डर का माहौल है. उधर पिछली बार भारी संख्या में यात्रियों की वजह से भी व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हो पाई थी. इसलिए सरकार इस बार हर तरह से चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित करना चाहती है. ताकि उत्तराखंड के लोगों की आजीविका भी चलती रहे और यात्रा का मैसेज भी अच्छा जा सके.