चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुटा प्रशासन, 30 अप्रैल से होगी यात्रा शुरू
Chardham Yatra 2025 के लिए श्रद्धालुओं के पंजीकरण की प्रक्रिया 20 मार्च से शुरू हो चुकी है. श्रद्धालुओं में इस यात्रा को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है.

Chardham Yatra 2025: उत्तराखंड में प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ शुरू होने जा रही है. इस पवित्र यात्रा को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. सरकार और संबंधित विभाग व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटे हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.
चारधाम यात्रा को व्यवस्थित और सुचारू रूप से संचालित करने के लिए राज्य सरकार यात्रा मार्ग और मंदिरों के आसपास के क्षेत्रों को विकसित करने पर भी ध्यान दे रही है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे हैं और विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधाओं में कोई कमी न रहे.
चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के पंजीकरण की प्रक्रिया 20 मार्च से शुरू हो चुकी है. श्रद्धालुओं में इस यात्रा को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है. 22 मार्च तक पांच लाख सतरह हजार से अधिक यात्रियों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया है. यह आंकड़ा हर दिन तेजी से बढ़ रहा है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस बार यात्रा में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे.
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यात्रा को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए सरकार पूरी तरह तैयार है. उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा की तैयारियों की वह स्वयं समीक्षा कर रहे हैं और सभी संबंधित विभागों को भी निर्देश दिए गए हैं कि यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा न हो.
इस बार यात्रा को अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए सरकार "चारधाम यात्रा प्राधिकरण" के गठन पर विचार कर रही है. यह प्राधिकरण चारधाम यात्रा से जुड़े सभी प्रबंधों की निगरानी करेगा और यात्रा को सुचारू रूप से संचालित करने में अहम भूमिका निभाएगा. इसके अलावा, चारधाम मंदिरों के आसपास के क्षेत्रों का भी विकास किया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को अधिक सुविधाएं मिल सकें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजीकरण प्रक्रिया को और अधिक सुगम बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं और यात्रा मार्गों पर बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा रहा है. सड़क, परिवहन, स्वास्थ्य सुविधाओं और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
चारधाम यात्रा के दौरान मौसम की चुनौतियों को देखते हुए सरकार अतिरिक्त प्रबंध कर रही है. यात्रियों के ठहरने, भोजन और चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत किया जा रहा है. सरकार ने यात्रा मार्ग पर आवश्यकतानुसार आपातकालीन चिकित्सा केंद्र और विश्राम स्थल बनाने के निर्देश दिए हैं.
अवैध अतिक्रमण पूरी तरह से हटेगा
यात्रियों की सुविधा के लिए परिवहन विभाग भी विशेष तैयारियां कर रहा है. बसों और टैक्सियों के संचालन को लेकर सख्त नियम बनाए गए हैं, ताकि यात्रा के दौरान ट्रैफिक जाम की समस्या न हो. साथ ही, तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमों को तैनात किया जाएगा.
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की तैयारियों के साथ-साथ अवैध निर्माणों पर भी सरकार का सख्त रुख देखने को मिल रहा है. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि अवैध मदरसों, अवैध मजारों और अतिक्रमण को हटाने का अभियान लगातार जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि राज्य में जो भी अवैध गतिविधियां हो रही हैं, उन्हें कानूनी दायरे में लाया जाएगा और अवैध अतिक्रमण पूरी तरह से हटाया जाएगा.
चारधाम यात्रा के प्रति श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है. देशभर से हजारों की संख्या में भक्त उत्तराखंड आने की तैयारी कर रहे हैं. होटल, धर्मशालाओं और गेस्ट हाउस में बुकिंग पहले ही शुरू हो चुकी है. इस साल यात्रा में पहले से अधिक भीड़ रहने की संभावना है, इसलिए प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे समय से पहले पंजीकरण कराएं और यात्रा के दौरान सभी नियमों का पालन करें.
चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार पूरी तरह सतर्क और तैयार है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है. यात्रियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और सुविधा के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं. इसके अलावा, यात्रा को और अधिक सुचारू बनाने के लिए "चारधाम यात्रा प्राधिकरण" का गठन किया जाएगा.
चारधाम यात्रा से पहले बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति में अध्यक्ष की कुर्सी खाली, ताजपोशी का इंतजार
श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे यात्रा के दौरान सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित यात्रा का आनंद लें.
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