(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chardham Yatra 2023: चारधाम यात्रा से पहले गंभीर हुई सरकार, जोशीमठ में दरारों वाली सड़कों को लेकर उठाया ये कदम
Joshimath News: आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व के अलावा जोशीमठ चारधाम यात्रा के मुख्य पड़ाव में से एक है. इसे बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है.
Chardham Yatra 2023: उत्तराखंड में इस बार 2023 में होने वाली चारधाम यात्रा अब जल्द ही शुरू होने वाली है. वहीं इस बार यात्रा सीजन में जोशीमठ (Joshimath) में दरार वाले हिस्से में पड़ने वाली सड़क को लेकर सरकार काफी गंभीर है. यात्रा पड़ाव का अहम हिस्सा होने के कारण जोशीमठ में किस तरह से दरार वाली सड़कों के मेंटेनेंस का काम किया जाएगा, इसकी जानकारी विभागीय मंत्री और एचओडी ने दी.
आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व के अलावा जोशीमठ चारधाम यात्रा के मुख्य पड़ाव में से एक है. इसे बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है. वहीं, पिछले डेढ़ महीने से भी ज्यादा समय से जोशीमठ ने जिस संकट का सामना कर रहा है उसे देखते हुए उत्तराखंड सरकार का इस ओर मुख्य रूप से फोकस है. सरकार की ओर से यात्रियों को आश्वस्त किया गया है कि यात्रा में कोई परेशानी नहीं आएगी.
मंगलवार को उत्तराखंड सचिवालय में आगामी यात्रा सीजन को लेकर हुई बैठक में जहां एक तरफ चारधाम यात्रा की तैयारियों और व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समीक्षा ली. वहीं जोशीमठ शहर में बनी मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए जोशीमठ से होकर जाने वाली यात्रा को लेकर सरकार का विशेष फोकस रहा.
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विभाग व मंत्रालय पूरी तरह से तैयार हैं- सतपाल महाराज
बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि यात्री भरोसा रखें कि जोशीमठ से होकर जाने वाली यात्रा में किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी. जोशीमठ दरार वाले हिस्से में पड़ने वाली सड़क पर इंजीनियर और बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन के अधिकारी तैनात हैं. हाल ही जोशीमठ में एनएच पर पड़ी दरारों को पूरी तरह से पाट दिया गया है. और आगामी यात्रा सीजन में भी वहां पर अधिकारी और कर्मचारियों की तैनाती रहेगी. किसी भी तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिए विभाग व मंत्रालय पूरी तरह से तैयार हैं.
इसके अलावा लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष एजाज अहमद ने बताया कि अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गये हैं कि जोशीमठ में सड़क के हिस्से पर किसी भी तरह की गतिविधि होने पर तुरंत उसको ठीक किया जाए. इसके लिए विभाग में अलग से नोडल अधिकारी भी तैनात कर दिए गये हैं. केवल जोशीमठ की नहीं बल्कि यात्रा के बाकी हिस्सों में भी लोक निर्माण विभाग की पूरी तैयारी है कि किसी तरह का कोई व्यवधान यात्रा के दौरान नहीं आना चाहिए. उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान अगर उन्हें कर्मचारियों की कार्यशैली में बदलाव करना पड़े तो वो भी किया जाएगा.