Chardham Yatra: चारधाम (Chardham) में बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सख्त रुख अपनाने का फैसला कर लिया है. अब चारधाम जाने से पहले रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य कर दिया गया है. जो यात्री बिना रजिस्ट्रेशन कराए ही निकलेंगे उन्हें ऋषिकेश में ही रोक दिया जाएगा. उत्तराखंड (Uttarakhand) सरकार का यह बयान ऐसे समय में आया जब चारों धाम में बढ़ती भीड़ को संभालना प्रशासन के लिए मुश्किल होता जा रहा है.
ऐसा लग रहा है कि चारधाम में भीड़ का प्रबंधन करने के लिए ही उत्तराखंड सरकार ने यह घोषणा की है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उत्तराखंड की पुष्कर धामी सरकार ने कहा, 'देशभर के तीर्थयात्री चारधाम की अपनी यात्रा की शुरुआत करें इसके पहले उन्हें पर्यटन विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा, जो कि अनिवार्य है. बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों को ऋषिकेश से आगे नहीं जाने दिया जाएगा.'
बता दें कि मई के पहले सप्ताह में शुरू हुई चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है. अकेले केदारनाथ में 15 मई तक करीब 2 लाख लोग दर्शन के लिए उमड़े हैं. इनमें वैसे तीर्थयात्री भी शामिल हैं जो कि कोरोना के कारण पिछले दो सालों में इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन नहीं कर पाए थे. चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं से खाने-पीने की मनमानी कीमत वसूलने की खबरें आ रही हैं लेकिन इसने तीर्थयात्रियों का हौसला कमजोर नहीं होने दिया और हर दिन हजारों की संख्या में देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग तीर्थ के लिए चारधाम निकल रहे हैं.
आपको बता दें कि चारधाम में व्यवस्था चरमरा गई है और हर दिन श्रद्धालुओं के मौत के आंकड़े बढ़ रहे हैं. अब तक 39 श्रद्धालुओं की जान चली गई है. वहीं, सरकार ने दावा किया है कि ये मौत स्वास्थ्य कारणों से हुई है न कि अव्यवस्था के कारण.
ये भी पढ़ें -
Char Dham Yatra 2022: लगातार बढ़ रहे श्रद्धालु, केदारनाथ में लगी 3 किमी लंबी लाइन